महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सभी दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र में एक चरण में विधानसभा के चुनाव हैं। यहां वोटिंग 20 नवंबर को होनी है। चुनावी नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। महाराष्ट्र की वीआईपी सीटों की बात करें तो श्रीवर्धन विधानसभा क्षेत्र (Shrivardhan Assembly constituency) इनमें से एक है।
एनसीपी का गढ़ है ये सीट
महाराष्ट्र की श्रीवर्धन विधानसभा रायगढ़ जिले में आती है। इसका लोकसभा क्षेत्र रायगढ़ है। श्रीवर्धन विधानसभा 1962 में बनी है। तब से यहां चुनाव हो रहे हैं। श्रीवर्धन विधानसभा सीट से अभी मौजूदा विधायक अदिति सुनील तटकरे हैं। इन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। ये सीट एनसीपी का गढ़ की कही जाती है। अभी यहां से अजीत पवार गुट की एनसीपी के विधायक हैं।
2019 में NCP की अदिति सुनील तटकरे ने दर्ज की जीत
श्रीवर्धन विधानसभा के चुनावी इतिहास पर नजर डाले तो यहां तीन बार से एनसीपी के उम्मीदवार ही चुनाव जीतते आए हैं। 2019 के चुनावी परिणाम के अनुसार, एनसीपी की अदिति सुनील तटकरे जो अभी अजीत पवार के गुट में शामिल हैं। उन्हें 92,074 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर यहां से शिवसेना के नेता विनोद रामचंद्र घोसालकर रहे थे। शिवसेना नेता को 2019 के विधानसभा चुनाव में 52,453 वोट मिले थे।
मात्र 77 वोटों से NCP उम्मीदवार की जीत
2014 के चुनाव में भी यहां से एनसीपी उम्मदीवार ने जीत दर्ज की थी। एनसीपी उम्मीदवार अवधूत अनिल तटकरे को 61038 वोट मिले थे। शिवसेना नेता रवीन्द्र रामजी मुंडे को 60961 वोट मिले थे। मात्र 77 वोटों से 2014 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी उम्मीदवार ने यहां से जीत दर्ज की थी।
सुनील तटकरे ने शिवसेना के उम्मीदवार को हराया
2009 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी नेता सुनील तटकरे ने यहां से जीत दर्ज की थी। सुनील तटकरे को 66,141 वोट मिले थे। दूसरे नंबर यहां से शिवसेना के नेता तुकाराम सुर्वे रहे थे। शिवसेना नेता को 55,270 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवार गुलाम पेशीमम रहे थे। निर्दलीय उम्मीदवार को मात्र 7,210 वोट मिले थे।