महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 20 नवंबर को मतदान किया जाना है। वहीं 23 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस बीच शिवसेना यूबीटी के मुखिया उद्धव ठाकरे से इंडिया टीवी ने खास बातचीत की। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस व महायुति की सरकार पर जमकर निशाना साधा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बार-बार बालासाहब का वह नाम लेते हैं, बाला साहब कोई उनके क्लासमेट नहीं थे। मोदी जी जानना चाहते हैं कि मैं क्या खाता हूं कि आखिर ये इतना लड़ाई कर रहे हैं मुझसे। उद्धव ठाकरे ने कहा, 'मेरे पिता कहा करते थे कि जब भी चुनाव आता है तो देश का प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री किसी एक पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए नहीं आना चाहिए। आप शपथ लेते हैं कि आप देश के प्रधानमंत्री हैं, किसी पार्टी के प्रधानमंत्री नहीं है। अगर वह प्रधानमंत्री हैं तो देश संभालना उनका काम है।' उन्होंने कहा अमित शाह के बयान पर कहा कि मैंने भी तो अमित शाह को अहमद शाह अब्दाली कहा था। जब मैं उनके साथ था तब मैं कौन था? मैंने भाजपा को लताड़ा है, ना हिदुत्व को छोड़ा है और ना ही मैं छोड़ूंगा।
'राम मंदिर भाजपा का ऑफिस नहीं है'
उन्होंने कहा कि राम मंदिर आपका नहीं है। मैं भाजपा मुक्त राम चाहता हूं। राम मंदिर भाजपा को कोई ऑफिस नहीं है। ऊपर से लीकेज हो रहा है पहले उसे रोकिए। शंकराचार्य जी ने भी कहा था कि मंदिर अधूर है। पहले उसे पूरा करिए। मैं वहां जा चुका हूं। वहां जाने के लिए भाजपा से पूछने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जब मैं सीएम था तो छत्रपति संभाजीनगर में मेडिकल पार्क लाना चाहता था। अगर ये हो जाता तो एक लाख लोगों को रोजगार मिलता लेकिन उसे गुजरात भेज दिया गया है। लोगों को रोजगार क्यों नहीं मिल रहा, गुजरात सारे उद्योग क्यों जा रहे हैं, ये मैं पूछ रहा हूं।
भाजपा का असली नारा- लूटेंगे और बाटेंगे
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, "बटेंगे कटेंगे नहीं, 'लूटेंगे और बाटेंगे' भाजपा का असली नारा है। क्या मुस्लिम इस देश के नागरिक नहीं है। नवाज शरीफ का केक नरेंद्र मोदी ने खाया था, मैंने नहीं खाया था, तो मुसलमानों का वोट मोदी जी को मिलना चाहिए। मेरा हिंदुत्व घर का चूल्हा जलाने वाला है और उनका हिंदुत्व घर जलाने वाला है।" उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को लेकर कहा कि उनका सत्ता जिहाद है और उनके पास कोई मुद्दे नहीं रह गए हैं। अगर चुनाव आयोग कुछ देख रहा है तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए। वह धर्मयुद्ध कह रहे हैं।
मेरे हाथ में मशाल है, बोले उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं महिलाओं को सुरक्षा, बच्चों को शिक्षा, काश्तकारों को उनके दाम देना चाहता हूं। मैं बच्चों को फ्री शिक्षा देने वाला हूं। बच्चियों को जैसे मिलता है, वैसे ही बच्चियों को मैं ये देने वाला हूं। उन्होंने कहा कि लाड़की बहिन योजना के जरिए वह महिलाओं को नौकर समझ रहे हैं, जैसे मानों वह सैलरी दे रहे हैं और महिलाएं उनके यहां काम करेंगे। मेरे हाथ में मशाल है। देर है लेकिन अंधेर नहीं है। मैंने ढाई साल कार्यभार देखा है। उस वक्त दुनिया पर कोरोना छाया हुआ था। लेकिन मेरी बात मेरे लोगों ने मानी। इसलिए वो मुझे परिवार का प्रमुख मानते हैं।