Shiv Sena Symbol Seized: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एकनाथ खड़से ने रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त किया जाना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है। शिवसेना संस्थापक दिंवगत बाल ठाकरे द्वारा पार्टी को खड़ा करने के लिए की गई मेहनत का संदर्भ देते हुए खड़से ने कहा, ‘‘जिसे हासिल करने के लिए पिता ने बड़ी मुश्किलों का सामना किया उसे बेटे ने राजनीतिक लड़ाई के चलते मिनटों में गंवा दिया।’’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता खड़से ने कहा कि ‘तीर और धनुष’ चुनाव चिह्न बाल ठाकरे के अथक प्रयास की वजह से लोकप्रिय हुआ था।
'उद्धव-शिंदे की लड़ाई में सबकुछ खो गया'
ठाणे के डोम्बिवली में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘‘वह (बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे) अपने चुनाव चिह्न के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन दो (उद्धव ठाकरे और शिवसेना बाकी और महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे) की लड़ाई में सबकुछ खो दिया जिसका नतीजा है कि चुनाव चिह्न जब्त हो गया। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।’’
कई महीने से चल रही थी खींचतान
बता दें, उद्धव ठाकरे खेमे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच तनातनी के बाद चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह जब्त कर लिया है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने शिवसेना के नाम के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी है। इस तरह दोनों ही गुट आगामी चुनावों में शिवसेना पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह का भी इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। आयोग का यह फैसला ठाकरे और शिंदे गुट की ओर से दाखिल जवाब के बाद आया। बीते कई महीनों से उद्धव और शिंदे के बीच खींचतान चल रही थी।