महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और शिंदे गुट के नेता दीपक केसरकर ने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा है। दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे जिस तरह की राजनीति कर रहे हैं, वो छोटे बच्चे की तरह हरकत जैसा है। उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे हर बात पर सीएम शिंदे का इस्तीफा मांगते हैं। यह उनके काम करने का तरीका है, जब वो एनसीपी-कांग्रेस के साथ गए, तो उन्होंने इस्तीफा दिया था क्या? लोगों ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ जाने के लिए वोट दिया था क्या?"
चंद्रकांत पाटिल के बयान को लेकर केसरकर ने कहा, "चंद्रकांत पाटिल ने जो बालासाहेब ठाकरे के बारे में बोला उसका कड़ा विरोध किया, हमने बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व को बता दिया है और उसी के बाद अमित शाह ने उनसे बात कर समझाया, जिस पर उन्होंने बाद में सफाई दी है।"
चंद्रकांत पाटिल ने क्या कहा था?
बता दें कि बीते दिनों बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया था कि बाबरी मस्जिद विध्वंस में शिवसेना का एक भी कार्यकर्ता शामिल नहीं था। पाटिल ने कहा था कि शिवसेना (यूबीटी) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत बाबरी मस्जिद विध्वंस के बारे में बात करते रहते हैं, लेकिन उनके मन में सवाल पैदा होता है कि क्या वह उस समय अयोध्या में थे भी।
अपने बयान पर पाटिल ने दी सफाई
पाटिल के इस बयान को शिवसेना बालासाहेब ठाकरे का अपमान बताई। इसके बाद अपने बयान को लेकर चंद्रकांत पाटिल ने सफाई पेश की थी। पाटिल ने कहा था, "मैं खुद उद्धव से फोन पर बात करूंगा। शिवसेना का बाबरी गिराने में रोल नहीं है, ऐसा मेरा कहना नहीं है। उद्धव ठाकरे को गलतफहमी हुई है। मैं मुंबई से हूं, बालासाहेब ठाकरे का अपमान मैं कर ही नहीं सकता।" उन्होंने कहा कि बाबरी ढांचा गिराने में सारे लोग हिंदू थे, कोई बीजेपी या शिवसेना का नहीं था। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जो ढांचा गिराया गया वह विश्व हिंदू परिषद के अंतर्गत गिराया गया, शिवसेना को इसका श्रेय नहीं लेना चाहिए।
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