मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि वह केंद्र सरकार के नए कृषि-विपणन कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों को समर्थन जताने के लिए मुंबई में आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। पवार ने कोल्हापुर में इस बात का भी जिक्र किया कि आंदोलनकारी किसानों ने नए कृषि कानूनों को 18 महीने के लिए निलंबित करने की केंद्र की पेशकश को अस्वीकार कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने कानूनों को 18 महीने के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन किसानों ने उसे खारिज कर दिया है। उन्होंने (किसान) सरकार से कानूनों को निरस्त करने और फिर चर्चा के लिए बैठने को कहा है।’
‘किसानों ने मुझसे मुलाकात की थी’
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कहा, ‘प्रदर्शनकारी किसानों के महाराष्ट्र के शुभचिंतकों ने मुझसे, मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि वे 24 जनवरी को या 25 जनवरी को उन सभी को एकजुट करेंगे जो आंदोलनकारी किसानों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने हमें इसके लिए आमंत्रित किया। हमने कहा कि ठीक है, हम आएंगे।’ दिल्ली के बाहर लगभग दो महीने से आंदोलन कर रहे किसान कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे का नाम पार्टी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने कहा कि उनकी शुभकामनाएं पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री के साथ हैं।
‘शिंदे को हमारी शुभकामनाएं हैं’
पवार ने कहा, ‘वह (शिंदे) हमारे एक सहयोगी हैं। हम खुश हैं और हमारी शुभकामनाएं हैं, आप खबर दे रहे हैं कि महाराष्ट्र का कोई व्यक्ति (कांग्रेस अध्यक्ष) बनेगा।’ महाराष्ट्र सरकार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पिछले साल नवंबर में विधान परिषद में उनके कोटे से नामित होने वाले 12 सदस्यों की सूची सौंपी थी। इस सवाल पर कि राज्यपाल द्वारा अभी उस पर फैसला करना बाकी है, पवार ने कहा, ‘मेरा इसका 50 साल का अनुभव है कि राज्यपाल ने कभी भी उस प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है जो मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद उन्हें भेजा है। यहां कुछ अलग हुआ है। देखते हैं क्या होता है।’