महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी तेज है। सभी पार्टी के नेता जनता के बीच जाकर वोट मांगने में लगे हुए हैं। इस बीच, उत्तराखंड के ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाराष्ट्र में महायुति (NDA) को समर्थन देने का ऐलान किया है।
शिंदे सरकार को फिर से बरकरार रखिए
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने गौ माता को राज्यमाता का दर्जा दिया है, जो काम छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया। वैसा ही काम शिंदे सरकार ने किया है। इसलिए मौजूदा सरकार को फिर से बरकरार रखिए।
शंकराचार्य ने उद्धव ठाकरे के घर जाकर की थी मुलाकात
विधानसभा चुनाव के ऐलान से पहले शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द ने शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की जमकर तारीफ की थी। शंकराचार्य उद्धव ठाकरे के घर (मातोश्री) में भी गए हुए थे। तब शंकराचार्य ने कहा था, 'उद्धव ठाकरे के साथ विश्वासघात किया गया है और इससे कई लोग दुखी हैं। मैंने आज उनके अनुरोध पर उनसे मुलाकात की और उनसे कहा कि जब तक वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते, लोगों का दर्द कम नहीं होगा।'
विश्वासघात करने वाला हिंदू नहीं- शंकराचार्य
तब शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द ने ये भी कहा था कि विश्वासघात सबसे बड़ा पाप है। 'जो विश्वासघात करता है वह हिंदू नहीं हो सकता है। जो विश्वासघात को सहन करता है वह हिंदू है। महाराष्ट्र की पूरी जनता विश्वासघात से दुखी है। यह हाल के (लोकसभा) चुनावों में भी दिखा है।'
महाराष्ट्र में ये दो गठबंधन लड़ रहे चुनाव
बता दें कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा के चुनाव हैं। महाराष्ट्र में दो प्रमुख गठबंधन चुनाव लड़ रहे हैं। पहला गठबंधन मौजूदा सरकार यानी महायुति (NDA) का है। इस गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी अजीत गुट की पार्टी शामिल है। दूसरा गठबंधन महाविकास अघाड़ी (MVA) का है। इस गठबंधन में शिवसेना उद्धव गुट, कांग्रेस और एनसीपी शरद पवार गुट की पार्टी शामिल हैं।