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Hindi News महाराष्ट्र फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान में जाकर 370 लगाएं, हिंदुस्तान में इसकी जगह नहीं: संजय राउत

फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान में जाकर 370 लगाएं, हिंदुस्तान में इसकी जगह नहीं: संजय राउत

शुक्रवार को फारूक अब्दुल्ला के बेटे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि जम्मू, लद्दाख और कश्मीर को एक दूसरे से अलग कर दिया जाएगा। हालात के कारण हम पीएजीडी के गठन के समय इन क्षेत्रों के लोगों को शामिल नहीं कर पाए और अब यहां आए हैं।’

<p><span style="color: #333333; font-family: sans-serif,...- India TV Hindi Image Source : PTI फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य को पहले जो अधिकार मिल रहे थे, उन अधिकारों की जबतक वापसी नहीं होती तबतक वे मरेंगे नहीं।

मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को लेकर कहा है कि वे चाहें तो पाकिस्तान में जाकर अनुछेद 370 लगवा सकते हैं। संजय राउत ने कहा है कि हिंदुस्तान में अनुछेद 370 और धारा 35ए के लिए कोई जगह नहीं है। फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य को पहले जो अधिकार मिल रहे थे, उन अधिकारों की जबतक वापसी नहीं होती तबतक वे मरेंगे नहीं। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविदान के अनुछेद 370 को पिछल साल अगस्त में समाप्त कर दिया गया था और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख को अलग करके दोनों को अलग अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था।

शुक्रवार को फारूक अब्दुल्ला के बेटे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि ‘हमने कभी नहीं सोचा था कि जम्मू, लद्दाख और कश्मीर को एक दूसरे से अलग कर दिया जाएगा। हालात के कारण हम पीएजीडी के गठन के समय इन क्षेत्रों के लोगों को शामिल नहीं कर पाए और अब यहां आए हैं।’ उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370, अनुच्छेद 35ए को फिर से बहाल करने तथा ‘काले कानूनों’ को समाप्त करने के लिए दलों ने हाथ मिलाए हैं।

जम्मू-कश्मीर से अनुछेद 370 समाप्त करने के लिए शिवसेना कई वर्षों से मांग करती आ रही थी और इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना का एकमत था। पिछले साल जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुछेत 370 समाप्त करने का फैसला किया था तो उस समय शिवसेना केंद्र सरकार का हिस्सा थी लेकिन बाद में महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का रिश्ता टूटा और अब दोनों एक दूसरे के विरोधी हैं। हालांकि दोनो दलों की विचारधारा लगभग एक जैसी है और कई बार कई मुद्दों पर एक दूसरे को समर्थन करते आए हैं और इसी कड़ी में शिवसेना नेता संजय राउत ने फारूख अब्दुल्ला को लेकर यह बयान दिया है।