मुंबई: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के कयास चल रहे हैं। सूत्र दावा कर रहे हैं कि 19 फरवरी को वह अपने बेटे नकुल नाथ और कई विधायकों समेत बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। हालांकि एमपी कांग्रेस इसे केवल अफवाह बता रहे हैं। लेकिन कमल नाथ और उनके बेटे के अचानक दिल्ली आना इस आशंका को और भी प्रबल कर रहे हैं।
सभी पार्टियों में ऐसा होता है- राउत
इसी बीच उनके बीजेपी में जाने की संभावनाओं पर संजय राउत ने भी प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा कि सभी पार्टियों में ऐसा होता है। हमारे शिवसेना के लोग चले गए। एनसीपी के अजित पवार चले गए। इससे क्या ही फर्क पड़ता है। इन लोगों को लगता है कि इनके होने से पार्टी चल रही है। असल में पार्टी के कार्यकताओं और संगठन से पार्टी आगे बढ़ती है। उन्होंने कहा कि संघर्ष के दिनों में पार्टी छोड़कर जाने वाले लोग डरपोक होते हैं।
बेईमान और बेवफा लोग पार्टियां छोड़ रहे- संजय राउत
संजय राउत ने कहा कि इन लोगों ने पार्टी के नाम पर धन कमाया और अब ये ईडी से डर रहे हैं। यह बेईमान और बेवफा लोग हैं और पार्टियों को छोड़कर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी नहीं हार सकती थी। यह सबको पता था लेकिन लोगों को लगता है कि कमलनाथ जैसे लोगों ने इस इलेक्शन में गड़बड़ी की और कांग्रेस चुनाव हार गई।
'भ्रष्ट और डरने वाले लोगों से पार्टी नहीं बनती'
राज्यसभा सांसद ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि पूरा जीवन कांग्रेस में बिताने के बाद कमलनाथ अब बीजेपी में जाएंगे। अगर फिर भी वह जाते हैं तो उन्हें 2024 के विधानसभा चुनावों में पता लग जाएगा कि उनकी क्या हैसियत है। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी डरपोक लोगों की वजह से पार्टी नहीं खड़ी है। भ्रष्ट और डरने वाले लोगों से पार्टी नहीं बनती पार्टी कार्यकर्ता से बनती है।