महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर उथल-पुथल के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि एनसीपी चीफ शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच फिर से दूरियां बढ़ गई हैं। सूत्रों की मानें तो एनसीपी के 40 एमएलए अजित पवार के साथ हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में राज्य में बड़ी सियासी उठापटक देखने को मिल सकती है। इस बीच, अजित पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। इसे लेकर उद्धव गुट के शिवसेना सांसद संजय राउत ने बयान दिया है। राउत ने कहा कि NCP के 20-25 विधायकों के जाने से पार्टी नहीं टूटती।
'इस तरह की खबर बीजेपी प्लांट कर रही है'
संजय राउत ने कहा, "मैंने 'रोखठोक' में भी यही लिखा था कि जैसे हमें और हमारे पार्टी के नेताओं को ED और CBI के जरिए परेशान किया गया और पार्टी तोड़ी गई, वही एनसीपी के साथ किया जा रहा है।" प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राउत ने कहा, "जो बातें छप रही हैं, इस तरह की खबर बीजेपी प्लांट कर रही है कि 40 विधायक अजित पवार के साथ जा रहे हैं। हम लगातार उनके संपर्क में हैं। अजित पवार और शरद पवार में काफी अच्छे संबंध हैं। नागपुर से लेकर अभी तक वो हमारे संपर्क में हैं। अजित पवार पर इस तरह से आप सभी को बार-बार सवाल नहीं उठाना चाहिए। वो हमारे विपक्ष के नेता हैं। महा विकास अघाड़ी (MVA) पूरी मजबूती के साथ खड़ी है।"
एमवीए एक साथ मजबूती से खड़ी है: राउत
उन्होंने कहा, "सबसे ज्यादा राज्य के मुख्यमंत्री भ्रम फैला रहे हैं। एमवीए एक साथ मजबूती से खड़ी है। आज सुबह ही मैंने सभी मित्र पक्षों से बात की है। पवार साहब ने बोला है कि सब खबरें जो आ रही हैं उसमें कोई दम नहीं है।" वहीं, सुप्रिया सुले के बयान को लेकर उन्होंने सफाई दी कि सुप्रिया सुले की दो बड़ी खबर का यह मतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से अयोग्यता पर फैसला हमारे पक्ष में दिल्ली से आएगा और दूसरा महाराष्ट्र में शिंदे सीएम नहीं रहेंगे।