'अगर हम सत्ता में आए तो...', खरगे को G20 डिनर का न्योता नहीं देने पर संजय राउत का बड़ा बयान
जी20 समिट पर संजय राउत ने कहा कि दुनियाभर के नेता एक साथ आ रहे हैं, लेकिन आप विपक्ष के सबसे बड़े नेता को जगह नहीं देते, तो यह दुखद है।
जी20 समिट में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को न्योता नहीं दिए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि जब मन किसी राजा का छोटा होता है, तो ऐसी हरकत होती है। आप देवगौड़ा और मनमोहन सिंह को बोलते हैं जो चल भी नहीं सकते हैं, लेकिन मल्लिकार्जुन खरगे को नहीं बुला रहे इससे उनका डर झलकता है। राउत ने कहा कि आपने इंडिया को लेकर The Mother of Democracy बुक जारी की है, लेकिन अगर आप विपक्ष को इसमें जगह नहीं देते हैं, तो यह लोकतंत्र नहीं है।
"हम परंपरा को फॉलो करेंगे, उन्हें न्योता देंगे"
संजय राउत ने कहा, "अगर हम इंडिया (I.N.D.I.A.) गठबंधन सत्ता में आए और मोदी विपक्ष के नेता हुए, तो हम परंपरा को फॉलो करेंगे और उन्हें न्योता देंगे। दुनियाभर के नेता एक साथ आ रहे हैं, लेकिन आप विपक्ष के सबसे बड़े नेता को जगह नहीं देते, तो यह दुखद है।" इस मुद्दे पर बेल्जियम में राहुल गांधी के दिए बयान का समर्थन करते हुए राउत ने कहा कि राहुल गांधी ने अगर यूरोप में कहा है, तो वो सच कहा, उसमें गलत क्या है। वो कुछ गलत नहीं कह रहे। आप जब मल्लिकार्जुन खरगे को डिनर पर न्योता नहीं देते तो क्या यह लोकतंत्र है, क्या यह सही है, राहुल बिल्कुल सही कह रहे हैं, मोदी खुद पीएम रहते भी विदेशों में देश की आलोचना कर चुके हैं।"
ए राजा की टिप्पणी पर संजय राउत का बयान
सनातन धर्म पर ए राजा के दिए बयान को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "हमने कल अपने सामना के जरिए अपनी नाराजगी जताई है। ए राजा ने जो कहा उस पर हम फिर से चर्चा अगली बैठक में करेंगे। जो लोग सनातन या दूसरे धर्म के बारे में बोलते हैं उन्हें पहले जानना चाहिए, बिना सोचे-समझे न बोले। जिस नेता का आप नाम ले रहे (ए राजा) उनकी पार्टी आज कहा है। सनातन धर्म पर बोलने वालों के कितने विधायक या सांसद हैं। सनातन धर्म के बारे में जिन्हें जानकारी नहीं उन्हें टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हम सामना के जरिए फिर से लेख लिखेंगे।"
ओबीसी नेताओं की सीएम शिंदे के साथ बैठक
मराठा आरक्षण को लेकर उन्होंने कहा कि आज ओबीसी नेताओं की सीएम शिंदे के साथ बैठक होने वाली है। उसके बाद देखेंगे। ये मुद्दा बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार जल्द मराठों को आरक्षण देने का काम करे, ताकि मनोज जारांगे पाटिल अपना अनशन तोड़े, क्योंकि यह मामला जितना लंबा खींचेगा उतनी मुश्किल सरकार को होगी। बिना किसी के साथ अन्याय किए मराठों को न्याय राज्य सरकार दे।
राधाकृष विखे पाटिल के विरोध पर क्या बोले?
धनगर कार्यकर्ता पर राधा कृष्ण विखे पाटिल के विरोध को लेकर उन्होंने कहा, "ओबीसी के जो धनगर समाज नाराज हैं और कल उनके एक नेता ने भगवान को चढ़ाने वाली हल्दी मंत्री राधाकृष विखे पाटिल पर फेंकी तो वो इतने नाराज़ हो गए और उनके बॉडीगार्ड ने उस शख्स को इतना मारा कि वो बेहोश हो गए और मंत्री हंस रहे थे। यह बहुत ही दुखद बात है। भगवान की हल्दी अगर मंत्री पर किसी ने विरोध के चलते डाल भी दी, तो इतना नाराज होने की क्या जरूरत थी?"