संजय राउत कथित धनशोधन मामले में जेल से रिहा होने के एक दिन बाद गुरुवार को शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने उनके आवास पहुंचे। उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने ‘मातोश्री’ के बाहर राउत का अभिवादन किया। इससे पहले दिन में पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा, ‘‘जब वह जेल मे थे उस दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे परिवार के सदस्यों के साथ खड़े रहे।’’
आदित्य ठाकरे ने राउत को गले लगाया
बुधवार शाम मुंबई की आर्थर रोड जेल से रिहा होने के बाद, राउत ने उद्धव ठाकरे से फोन पर बातचीत की थी। उन्होंने कहा था कि उनकी आवाज़ भारी थी, जिससे उनके बीच भावनात्मक संवाद हुआ। आज जब संजय राऊत मातोश्री पहुंचे तो आदित्य ने राउत को गले से लगा लिया।इस दौरान आदित्य ने कहा कि जेल से रिहा होकर आज मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। तो इसपर राउत ने कहा कि पहली बार मैं मातोश्री नहीं आया हूं।
"तोप हमेशा तोप ही रहता है"
वहीं इस मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने संजय राउत के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'संजय के आने से मुझे बहुत खुशी है। इनके आने से हमारी आवाज को दम मिला है। वह शिवसेना के एमपी और नेता होने के अलावा हमारे खास मित्र हैं। कोर्ट के आदेश से साबित हो गया कि केंद्र सरकार विपक्ष के खिलाफ एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। देश में न्याय की एकमात्र रोशनी कोर्ट ही रह गई है। संजय राउत ने दिखा दिया कि वह झुकेगा नहीं। तोप हमेशा तोप ही रहता है, वह कुछ दिनों के लिए शांत था, लेकिन अब तोप बाहर आ गया है और वह फिर गरजेगा।'
"किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा"
इस सवाल पर कि संजय राउत महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करने वाले हैं, उद्धव ने कहा, 'संजय ने दिखा दिया कि बिना झुके कैसे लड़ा जा सकता है। अगर वह फडणवीस से मिलना चाहते है तो यह अच्छी बात है, लेकिन हमारा संजय और उनके परिवार से गहरा रिश्ता है।' वहीं, संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस देश को बांटने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कहा कि एक पार्टी (शिवसेना) या महाराष्ट्र तो यह मात्र उदाहरण है। राउत ने कहा कि फडणवीस को भी ध्यान रखना चाहिए कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।