Sanjay Raut ED Summon: क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला, जिसमें संजय राउत पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार?
संजय राउत को यह समन ऐसे समय में जारी किया गया है, जब शिवसेना अपने ही विधायकों के एक धड़े की बगावत से जूझ रही है। ये विधायक गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उनकी बगावत से महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार का भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है।
Highlights
- पात्रा चॉल जमीन घोटाले में ED के समन पर भड़के संजय राउत
- कल ED के सामने पेश नहीं होंगे संजय राउत, पेशी के लिए मांगेंगे वक्त
- इस हालात में ईडी का नोटिस आना ही था, मैं आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा- राउत
Sanjay Raut ED Summon: पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना नेता संजय राउत को पूछताछ के लिए तलब किया है। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच ईडी की यह कार्रवाई सामने आई है, जिसने राउत को 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल (Patra Chawl) जमीन घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में तलब किया। ED ने उन्हें समन जारी कर मंगलवार को साउथ मुंबई स्थित ऑफिस में अपना बयान दर्ज कराने को बुलाया है। इस मामले में अप्रैल में ED ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की थी।
यह समन ऐसे समय में जारी किया गया है, जब शिवसेना अपने ही विधायकों के एक धड़े की बगावत से जूझ रही है। ये विधायक गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उनकी बगावत से महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी (MVA) सरकार का भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है।
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला?
- 2007 में गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने पात्रा चॉल के पुनर्विकास का काम सौंपा। गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है।
- गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के किरायेदारों के 672 फ्लैट को रिडेवलप करना था और करीब 3 हजार फ्लैट MHADA को सौंपने थे। ये फ्लैट MHADA की 47 एकड़ जमीन पर बनने थे लेकिन गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने फ्लैट को रिडेवलप करने और MHADA को बाकी फ्लैट्स सौंपने की बजाय, इस जमीन को 8 अलग-अलग बिल्डरों को 1 हजार 34 करोड़ रुपये में बेच दी।
- मार्च 2018 में MHADA ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। इस मामले में फरवरी 2020 में इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने प्रवीण राउत को गिरफ्तार किया। प्रवीण राउत HDIL में सारंग वधावन और राकेश वधावन के साथ-साथ डायरेक्टर था। वधावन बंधु PMC बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हैं। बाद में प्रवीण राउत को जमानत पर छोड़ दिया गया, लेकिन हाल ही में उसे ED ने फिर गिरफ्तार कर लिया।
कैसे आया संजय राउत का नाम?
इस मामले में 1 फरवरी को ED ने केस दर्ज किया था, प्रवीण राउत और उसके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापा मारा था। 2 फरवरी को प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया गया था। प्रवीण राउत और संजय राउत दोस्त हैं। उसका नाम PMC बैंक घोटाले की जांच में भी सामने आया था, जांच में सामने आया था कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का लोन बिना ब्याज के दिया था। इस लोन से संजय राउत के परिवार ने दादर में एक फ्लैट खरीदा था। इस मामले में माधुरी और वर्षा का बयान भी दर्ज किया गया था।
2010 में प्रवीण राउत को इक्विटी की बिक्री और लैंड डील के लिए 95 करोड़ रुपये मिले थे। हालांकि, कंपनी इन प्रोजेक्ट्स को पूरा नहीं कर पाई थी। इस मामले में जिस सुजीत पाटकर के घर पर ED ने तलाशी ली थी, वो प्रवीण राउत का सहयोगी है। पाटकर को संजय राउत का करीबी भी माना जाता है। पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है। इसके अलावा पाटकर की पत्नी और संजय राउत की पत्नी ने मिलकर अलीबाग में एक जमीन भी खरीदी थी। अलीबाग की ये लैंड डील भी ईडी के रडार पर है क्योंकि माना जा रहा है कि ये जमीन खरीदने के लिए पैसों की हेराफेरी की गई थी।
संजय राउत ने क्या कहा?
इस बीच ईडी के नोटिस पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पलटवार किया है। राउत ने कहा है कि उन्हें पता था कि ईडी का बुलावा ज़रूर आएगा. लेकिन कुछ भी हो जाए वो गुवाहाटी नहीं जाएंगे। राउत ने उन्हें जारी समन को ‘साजिश’ करार देते हुए कहा कि भले उनकी हत्या कर दी जाए, लेकिन वह महाराष्ट्र के बागी विधायकों की तरह गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाएंगे। संजय राउत ने शिवसेना के बागी विधायकों पर भी हमला बोला और कहा कि उनकी आत्मा मर चुकी है, बॉडी का सिर्फ पोस्टमार्टम होना बाकी है।
राउत ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे अभी-अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे नोटिस भेजा है। महाराष्ट्र में बड़े घटनाक्रम हो रहे हैं। हम सभी बालासाहेब के शिवसैनिक हैं। यह साजिश है। भले ही मेरा सिर धड़ से अलग कर दिया जाए, लेकिन मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाऊंगा।’’ शिवसेना प्रवक्ता ने इस ट्वीट में भाजपा के नेता देवेंद्र फडणवीस को टैग किया। राउत ने ईडी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी। वहीं, शिवसेना सांसद के विधायक भाई सुनील राउत ने दावा किया कि ईडी का समन उनके भाई को डराने के लिए है, क्योंकि वह भाजपा का विरोध कर रहे हैं।