Sanjay Raut Case: शिवसेना सांसद संजय राउत की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ये कार्रवाई पात्रा चॉल जमीन घोटाला में हुई है। अब राउत 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। बता दें कि कोर्ट ने बीते गुरुवार को राउत की ED हिरासत की अवधि 8 अगस्त तक के लिए बढ़ा दी थी। अदालत ने कहा था कि ED ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में ‘‘उल्लेखनीय प्रगति’’ की है।
9 घंटे से अधिक समय तक वर्षा राउत से पूछताछ
ईडी ने तब यह कहते हुए 8 और दिन की हिरासत मांगी थी कि उसने धन के लेनदेन में नई जानकारियों का पता लगाया है। शिवसेना नेता को उपनगर गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में 1 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने शनिवार को उनकी पत्नी वर्षा राउत से 9 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी और उनका बयान दर्ज किया था। 9 घंटे से ज्यादा समय तक अपना बयान दर्ज कराने के बाद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत ईडी के दफ्तर से बाहर आईं। पात्रा चॉल पुनर्विकास घोटाले के सिलसिले में उनका बयान दर्ज किया गया।
ईडी के अधिकारियों ने अभी दोबारा नहीं बुलाया है- वर्षा राउत
ED दफ्तर से जाते समय वर्षा राउत ने पत्रकारों से कहा, "ईडी अधिकारियों की ओर से पूछे गए सभी सवालों का मैंने जवाब दिया है।" वर्षा राउत ने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने अभी उन्हें दोबारा नहीं बुलाया है। उन्होंने कहा कि वह शिवसेना नहीं छोड़ेंगी और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का समर्थन करती रहेंगी।
मनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला एक 'चॉल' के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उससे संबंधित लेन-देन से जुड़ा है। केंद्रीय एजेंसी ने इस हफ्ते की शुरुआत में वर्षा राउत को समन भेजे थे। इसके बाद वह दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट स्थित ईडी के कार्यालय पहुंची थीं।
1,034 करोड़ के जमीन घोटाले की जांच कर रही ED
गौरतलब है कि ED ने मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल के पुनर्विकास से जुड़े 1,034 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले की जांच कर रही है। ईडी ने इस मामले में शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत को 1 अगस्त को गिरफ्तार किया था। स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट ने गुरुवार यानी 4 अगस्त को उन्हें 8 अगस्त तक के लिए हिरासत में भेज दिया था।