संजय राउत जमानत केस में नया ट्विस्ट, बेल ऑर्डर पर स्टे की मांग पर होगी सुनवाई
Sanjay Raut Bail: संजय राउत को बेल मिल गई है, लेकिन अब इसमें नया ट्विस्ट आ गया है। कोर्ट बुधवार दोपहर 3 बजे बेल ऑर्डर पर स्टे लगाने की याचिका पर सुनवाई करेगा। थोड़ी देर पहले ही संजय राउत को 2 लाख के बॉन्ड पर जमानत मिली थी।
Sanjay Raut Bail: पात्रा चॉल घोटाले में शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को बेल मिल गई है, लेकिन अब इसमें नया ट्विस्ट आ गया है। कोर्ट बुधवार दोपहर 3 बजे बेल ऑर्डर पर स्टे लगाने की याचिका पर सुनवाई करेगा। थोड़ी देर पहले ही संजय राउत को 2 लाख के बॉन्ड पर जमानत मिली थी। सरकारी वकील ने बेल ऑर्डर पर स्टे की मांग की है। कोर्ट 3 बजे सुनवाई के लिए तैयार हो गया है।
इससे पहले सांसद संजय को मुंबई की PMLA कोर्ट ने आज जमानत दी है। संजय राउत के साथ प्रवीण राउत को भी जमानत मिली है। संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने जुलाई में गिरफ्तार किया था। राउत मुंबई की पात्रा चॉल घोटाले के मामले में अभी जेल में बंद हैं। PMLA कोर्ट ने 2 नवंबर को उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया था। हालांकि, कोर्ट ने राउत की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिस पर आज 9 नवंबर को फैसला सुनाया जाना तय किया गया था।
राउत को अभी फौरी राहत मिली है
तीन महीने से ज्यादा वक्त से जेल में बंद संजय राउत को अभी फौरी राहत मिली है। राउत को 31 जुलाई को ईडी ने गिरफ्तार किया था। राउत की जमानत याचिका पर कई बार सुनवाई की तारीख पड़ी, लेकिन हर बार कोर्ट से उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई। जुलाई से जेल में बंद शिवसेना सांसद को अब जाकर जमानत मिली है।
कई बार उनकी रिमांड बढ़ा दी गई
सबसे पहले संजय राउत की रिमांड 8 अगस्त तक और फिर 22 अगस्त तक बढ़ाई गई थी। तीसरी बार उनकी रिमांड 5 सितंबर तक बढ़ा दी गई थी। मुंबई के पात्रा चॉल जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ED ने कार्रवाई की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस
पात्रा चॉल जमीन घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने संजय राउत के घर तलाशी में 11.5 लाख रुपये भी जब्त किए थे। मामले में अप्रैल में ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी।
ईडी ने मामले में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था
ईडी ने इस मामले में एक पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था। इसमें संजय राउत को मामले में आरोपी बनाया गया था। कोर्ट ने पूरक आरोपपत्र पर संज्ञान लिया। इसमें राउत का नाम मनी लॉड्रिंग के एक मामले में आरोपी के रूप में लिया गया है। राउत ने जमानत के लिए धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) मामलों की विशेष अदालत का रुख किया था।