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Hindi News महाराष्ट्र चुनाव से पहले धार्मिक माहौल बनाने के कार्यों में जुटा RSS, सहयोगी संगठन भी सक्रिए

चुनाव से पहले धार्मिक माहौल बनाने के कार्यों में जुटा RSS, सहयोगी संगठन भी सक्रिए

विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के एक दिन बाद से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके सहयोगी संगठन सक्रिय हो गए हैं। RSS धार्मिक माहौल बनाने वाले कार्यों में जुट गया है। VHP ने इसकी पूरी रूपरेखा रणनीति तैयार कर ली है।

शौर्य जागरण यात्रा शुरू- India TV Hindi शौर्य जागरण यात्रा शुरू

लोकसभा चुनाव एवं विधानसभा चुनाव से पहले धार्मिक माहौल बनाने के कार्यों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उसके सहयोगी संगठन सक्रिय हो गए हैं। RSS के सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इसकी पूरी रूपरेखा रणनीति तैयार कर ली है। इन दिनों पूरे भारतवर्ष में विश्व हिंदू परिषद का बजरंग दल शौर्य जागरण यात्रा शुरू किया है। नागपुर सहित विदर्भ के कई हिस्सों में शौर्य जागरण यात्रा शुरू हो गई है। 

90000 गांव में शौर्य यात्रा 

पूरे भारतवर्ष में यह शौर्य जागरण यात्रा बजरंग दल ने शुरू कि है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने बताया कि भारतवर्ष के लगभग 90000 गांव में शौर्य यात्रा निकाली जा रही है। 8000 प्रखंडों में जो विश्व हिंदू परिषद की संगठित रचना है वहां तक पहुंचाने की शौर्य यात्रा कोशिश की जाएगी। इस यात्रा में शौर्य पराक्रम का है। युवको में देशभक्ति जगे, अनुशासन जगे, समाज सेवा का भाव, पूर्वजों का स्मरण हो, इस हेतु किया जा रहा है, 325 से ज्यादा यात्राएं निकाल रही हैं, शौर्य यात्रा के आगे अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्रतिरूप और उसके साथ बजरंग दल के कार्यकर्ता जय श्री राम के नारे लगाते हुए निकल रहे हैं।

1500 प्रखंडों में जाएंगे संत

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री ने बताया, "दिवाली से पहले एवं इसके बाद संतों का प्रवास पूरे देश भर में होने वाला है। कम से कम 1500 प्रखंडों में संत जाएंगे। उसका स्वरूप अलग होगा। हर गांव में जाकर घर-घर में संतों का प्रवास होगा। सामाजिक समस्या का विषय, परिवार प्रबोधन, धर्मांतरण जैसी चुनौतियों को विश्व के संत प्रबोधन करेंगे और उसी गांव में शाम को धर्म सभा होगी। मंदिर में, मठ में लगभग 1500 साधु संत इसमें सहभागी होंगे और पूरे देश में यह कार्यक्रम संपन्न होगा। लगभग 300 जिलों के 400 महामंडलेश्वर सहित 1500 से ज्यादा संत भारत के हजारों गांव में जाएंगे, जहां हिंदू आबादी ज्यादा है। 

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विश्व हिंदू परिषद का यह कदम आम चुनाव से पहले सियासी ध्रुवीकरण के नजरिए से देखा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, महामंडलेश्वर जिनकी संख्या 400 से ज्यादा है 2 नवंबर को काशी पहुंचेंगे। 2 नवंबर को यज्ञ में शामिल होंगे और वहीं पर 3 नवंबर को संस्कृत संसद का आयोजन किया जाएगा, जहां पर सभी मंडलेश्वर और संत धर्म विमर्श करेंगे। युवा संसद भी आयोजित की गई है, जिसमें देश के कोने-कोने से आए युवा भाग लेंगे। इसी दिन 'संत चले गांव की ओर' कार्यक्रम शुरू होगा।

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