30 जनवरी यानी रामनवमी के दिन देशभर में शोभा यात्रा निकाली गई। लेकिन इस बार भी शोभा यात्रा पर पथराव किया गया है। बंगाल और महाराष्ट्र समेत कई स्थानों पर पथराव की घटना देखने को मिली है। मुंबई के मलाड में शोभा यात्रा मालवणी पुंलिस स्टेशन के पास जब खत्म होने के कगार पर था तो यात्रा में पीछे के पीछे के हिस्से में चल रही भीड़ के बीच रोड के दूसरी तरफ मौजूद लोग आ गए। एक पक्ष का आरोप है कि जबरन माहौल खराब करने की कोशिश की गई, जिसके चलते पुंलिस को जबरन लोगो को बल पूर्वक हटाना पड़ा। इसी बीच लोगो की पुंलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई। मामले को शांत कराने को लेकर पुलिस द्वारा एक पक्ष को हटा दिया गया, लेकिन मौके पर पहुंचे बीजेपी नेता इन दोषी लोगों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
कैसे हुआ विवाद
शोभा यात्रा के दौरान 3 हिस्से पार हो गए और पुलिस स्टेश के आगे अपने गंतव्य तक पहुंचा। लेकिन भीड़ का चौथा हिस्सा पीछे ही रह गया। चौथे हिस्से में ही भगवान श्री राम की मूर्ति भी थी। इस दौरान भीड़ के चौथे हिस्से द्वारा जब जय श्री राम के नाम का उद्घोष किया जा रहा था तो इस दौरान सड़क के दूसरे किनारे जो लोग खड़े थे उन्होंने हिंदू पक्षश्र पर पानी का बोतल फेंका। जो तस्वीरें इस बाबत शेयर की गई हैं उसे देखकर साफ पता चलता है कि पानी की बोतल मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा फेंकी गई थी। वहीं इसके बाद पथराव भी किया गया। जैसे ही हिंदू पक्ष पर पानी का बोतल फेंका गया तो दूसरे पक्ष द्वारा भी बोतल फेंका गया।
300-400 लोगों पर FIR
इसके बाद ड्यूटी पर तैनात SRPF, RCP सहित स्थानीय पुलिस की टीम ने मुस्लिम पक्ष के लोग जो सड़क के दूसरी तरफ थे उन्हें जबरन हटाया ताकि धार्मिक माहौल घराब न हो और किसी प्रकार की हिंसा न हो। इस दौरान दोनों तरफ से मुस्लिम पक्ष की तरफ से नारेबाजी की गई। इसके बाद पुलिस ने बलपूर्वक भीड़ को हटाया। इसके बाद कुछ लोगों द्वारा हिंदू पक्षों पर जूते और चप्पल भी फेंके गए। इसके बाद मौके पर पहुंचे भाजपा के नेता इसे पुलिस की लापरवाही बता रहे हैं और उनकी मांग है कि आरोपियों को खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस बाबत लगभग लगभग 300 से 400 लोगो के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है।