Rajya Sabha: महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों राज्यसभा चुनाव को लेकर उबाल आया हुआ है। अपने ही सहयोगियों को सहेजने में सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास आघाड़ी को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। एक तरफ जहां बहुजन विकास आघाड़ी के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने एक ट्वीट करके शिवसेना को चिंता में डाल दिया है। अबू आजमी ने उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर कुछ सवाल पूछे हैं, जो शिवसेना को असहज कर सकते हैं।
‘सरकार ने शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की’
अबू आजमी ने ट्वीट किए गए पत्र में लिखा है, 'आज महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी सरकार अपने ढाई साल पूरे कर चुकी है। सांप्रदायिक बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए महाविकास आघाड़ी की नींव एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत रखी गई थी। सभी जाति-धर्मों को साथ लेकर चलने की शर्त पर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और अन्य सेक्युलर पार्टियों ने शिवसेना को समर्थन दिया था।' पत्र में आजमी ने आगे कई मुद्दों का जिक्र कर कहा है कि ढाई साल पूरे होने पर भी सरकार ने इनपर कोई कार्रवाई नहीं की।
‘क्या आघाड़ी का चेहरा अब नए हिंदुत्व का है?’अबू आजमी ने पत्र में आगे लिखा है कि पिछले ढाई सालों में कई बार आपको (उद्धव ठाकरे) अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर खत लिखा लेकिन आपने एकबार भी जवाब नहीं दिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या आघाड़ी सरकार सेक्युलर है या फिर आघाड़ी का चेहरा अब नए हिंदुत्व का है जिसकी बात आप आजकल कर रहे हैं? आजमी ने कहा कि इन मुद्दों पर ढाई साल में
महाराष्ट्र सरकार ने किसी प्रकार की कार्रवाई क्यों नहीं की, इसका स्पष्टीकरण जनता को देना महाविकास आघाड़ी सरकार की जिम्मेदारी है।
हितेंद्र ठाकुर ने भी बढ़ाई उद्धव ठाकरे की चिंता
बता दें कि राज्यसभा और विधान परिषद की सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए उद्धव सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बहुजन विकास आघाड़ी पार्टी के अध्यक्ष एवं विधायक हितेंद्र ठाकुर ने कहा है कि राज्यसभा चुनाव में किसे वोट देना है, इस बात का फैसला अभी नहीं हुआ है। ठाकुर की पार्टी के कुल 3 विधायक हैं और इनका रोल विधान परिषद एवं राज्यसभा चुनावों में काफी अहम हो सकता है।