मुंबई से चलने को तैयार 145 ट्रेनें लेकिन डिब्बे खाली, मजदूरों को स्टेशन तक लाने में नाकाम सरकार: रेल मंत्री
रेल मंत्री ने आज आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार मजदूरों को स्टेशन तक लाने में नाकाम रही है।
प्रवासी मजदूरों को लेकर रेलवे और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनातनी अपने चरम पर है। रेल मंत्री ने आज आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार मजदूरों को स्टेशन तक लाने में नाकाम रही है। ट्रेनें मजदूरों के इंतजार में खाली खड़ी हैं, मजदूर मुंबई के विभिन्न इलाकों में तैयार खड़े हैं, लेकिन राज्य सरकार मजदूरों की लिस्ट बनाकर उन्हें स्टेशन तक ला नहीं पा रही है। रेल मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि आज मुंबई से 145 ट्रेनें देश के विभिन्न राज्यों के लिए रवाना होनी हैं। दोपहर 3 बजे तक 50 ट्रेनों का रवाना होना था लेकिन मजदूरों की कमी के चलते अभी तक सिर्फ 13 ट्रेनें रवाना हो सकी हैं।
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने आरोप लगाया था कि रेलवे से राज्य सरकार ने 80 ट्रेनें मांगी थीं लेकिन रेलवे 30 ट्रेनें ही उपलब्ध करा पाया। इस बीच आज सुबह मुंबई के धारावी में 4 से 6 हजार मजदूर सुबह से जुटे हुए हैं। लेकिन बदइंतजामी के कारण वे अभी तक सीएसटी स्टेशन तक नहीं पहुंच सके हैं। पीयूष गोयल ने ट्वीट कर महाराष्ट्र सरकार से गुजारिश की है कि वे मजदूरों को स्टेशन तक पहुंचाने में पूरा सहयोग करें। यात्रियों को स्टेशन समय पर पहुंचाएं। जिससे समय पर ट्रेनों का संचालन हो सके।
राज्य सरकार पर बदइंतजामी का आरोप
रेलवे ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार की ओर से इसमें योगदान नहीं मिल पा रहा है। रेलवे ने आज 145 ट्रेनों का प्रबंध किया है। महाराष्ट्र को आज राज्यवार लिस्ट प्रदान कर दी गई थी। लेकिन दोपर 12 बजे तक 25 ट्रेनों को रवाना होना था। लेकिन पैसेंजर न मिलने के कारण कोई भी ट्रेन रवाना नहीं हुई है। मुंबई सीएसटी से पहली ट्रेन ही 12.30 बजे रवाना हो पाई है।
इन राज्यों के लिए चलनी हैं 145 ट्रेनें
रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज जो 145 ट्रेनें रवाना होनी हैं उसमें सबसे ज्यादा 68 ट्रेनें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना होंगी। इसके अलावा बिहार के लिए 27, पश्चिम बंगाल के लिए 41, ओडिशा और तमिलनाडु के लिए 2, छत्तीसगढ़, राजस्थान, झारखंड, उत्तराखंड और केरल के लिए 1—1 ट्रेनें रवाना होंगी।
सोमवार को दो ट्रेनें करनी पड़ी कैंसिल
रेलवे ने बताया कि सोमवार को महाराष्ट्र सरकार के लिए रेलवे ने 125 ट्रेनों की पेशकश की थी। लेकिन राज्य सरकार 41 ट्रेनों की जानकारी ही दे सकी। इनमें से सिर्फ 39 ट्रेनें ही रवाना की जा सकी हैं। 2 ट्रेनों का यात्री न मिलने के कारण कैंसिल करना पड़ा है।