पुणे लग्जरी कार से हुए सड़क हादसे के मामले में आदलात ने नाबालिग आरोपी के पिता और दादा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। विशाल अग्रवाल और सुरेंद्र अग्रवाल को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया गया। नाबालिक आरोपी के दादा सुरेंद्र अग्रवाल और पिता विशाल अग्रवाल की हिरासत बढ़ाने की मांग करते हुए अदालत में क्राइम ब्रांच ने कहा कि दोनों आरोपियों के प्रति जांच जारी है। उनका मोबाइल और गाड़ी जब्त हो चुके हैं।
पुलिस ने कहा कि फिलहाल सीसीटीवी डिटेस्ल आना बाकी है। सबूत मिटाने में किसने आरोपियों की मदद की, तीसरा व्यक्ति कौन है, इस पर जांच करनी है। क्राइम ब्रांच ने विशाल अग्रवाल और सुरेंद्र अग्रवाल के लिए 5 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी है।
आरोपी के वकील की दलील
विशाल अग्रवाल के वकील प्रशांत पाटिल ने इस पर कहा कि सीसीटीवी पुलिस कस्टडी में है। गाड़ी और मोबाइल फोन पहले से मौजूद हैं। अभी कस्टडी की कोई जरूरत नहीं है। हालांकि, अदालत ने दोनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है।
क्या है मामला?
पुणे में एक लग्जरी कार ने दो लोगों को रौंद दिया था, जिनकी मौत हो गई थी। कार चलाने वाले लड़के को लोगों ने पकड़ लिया था और उसके साथ काफी मारपीट की थी। हालांकि, बाद में अदालत ने यह कहकर उसे बरी कर दिया कि उसे सड़क सुरक्षा पर एक लेख लिखना होगा और ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करना होगा। सोशल मीडिया पर मामला चर्चा में आया तो आरोपी के खिलाफ कार्रवाई हुई। नाबालिग आरोपी के अलावा उसके पिता और दादा को भी हिरासत में लिया गया। गाड़ी चलाते समय नाबालिग आरोपी नशे में था। उसे शराब परोसने वाले क्लब पर भी कार्रवाई हुई है। आरोपी के दादा ने ड्राइवर को धमकाकर कहा था कि वह कोर्ट में कबूल करे कि घटना के समय गाड़ी वह चला रहा था, लेकिन यह पैंतरा भी काम नहीं आया। ड्राइवर को धमकाने के आरोप में नाबालिग के दादा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।