A
Hindi News महाराष्ट्र PM मोदी का महाराष्ट्र दौरा, वधावन बंदरगाह की रखेंगे आधारशिला; जानें इसकी खासियत

PM मोदी का महाराष्ट्र दौरा, वधावन बंदरगाह की रखेंगे आधारशिला; जानें इसकी खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह 11 बजे मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लेंगे। इसके बाद पालघर के सीआईडीसीओ मैदान में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- India TV Hindi Image Source : PTI प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुंबई और पालघर का दौरा करेंगे। वह सुबह 11 बजे मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 के उद्घाटन सत्र में हिस्सा लेंगे, जो जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया जाएगा। इसके बाद दोपहर 1.30 बजे वह पालघर के सीआईडीसीओ मैदान में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि पालघर में पीएम मोदी वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखेंगे। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है। 

वधावन पोर्ट गहरे समुद्र में देश के सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक होगा जहां बड़े कंटेनर जहाजों का आवागमन संभव होगा। वधावन पोर्ट पालघर जिले के दहानू शहर के पास स्थित है। यह अंतर्राष्ट्रीय शिपिंग रूट्स से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जिससे ट्रांजिट समय और लागत को कम किया जा सकेगा। इस पोर्ट में अत्याधुनिक तकनीक और इंफ्रास्ट्रक्चर होगा, जिसमें गहरे बर्थ, कुशल कार्गो हैंडलिंग सुविधाएं और आधुनिक पोर्ट प्रबंधन प्रणाली शामिल होगी।

स्थानीय व्यवसायों को मिलेगा प्रोत्साहन

इस परियोजना से स्थानीय व्यवसायों को प्रोत्साहन मिलेगा और रोजगार के बड़े अवसर उत्पन्न होंगे, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बल मिलेगा। वधावन पोर्ट परियोजना में सतत विकास प्रथाओं को शामिल किया गया है, जिसमें पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम करने और कठोर पारिस्थितिकी मानकों का पालन करने पर ध्यान दिया गया है। प्रधानमंत्री 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे, जिनकी कुल लागत लगभग 1,560 करोड़ रुपये है। ये परियोजनाएं देश भर में मत्स्य पालन क्षेत्र के बुनियादी ढांचे और उत्पादकता को मजबूत करने के लिए होंगी। इन पहलों से मत्स्य पालन क्षेत्र में पांच लाख से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्तर पर जहाजों के लिए संचार और समर्थन प्रणाली का शुभारंभ करेंगे, जिसका बजट लगभग 360 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के तहत 13 तटीय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एक लाख ट्रांसपोर्ट्स को चरणबद्ध तरीके से लगाया जाएगा। यह संचार प्रणाली इसरो द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीक है, जो समुद्र में गए मछुआरों को द्विपक्षीय संचार स्थापित करने में मदद करेगी और बचाव ऑपरेशनों के साथ-साथ मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी सहायक होगी।

प्रधानमंत्री अन्य पहलों का भी उद्घाटन करेंगे, जिनमें मछली पकड़ने के हार्बर और एकीकृत एक्वा पार्क का विकास शामिल है। साथ ही मछलियों की संख्या बढ़ाने के लिए रिसर्कुलेटरी एक्वा कल्चर सिस्टम और बायोफ्लोक जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाया जाएगा। ये परियोजनाएं विभिन्न राज्यों में लागू की जाएंगी और मत्स्य उत्पादन बढ़ाने, मछली पकड़ने से बाद उनके प्रबंधन में सुधार करने और मत्स्य पालन क्षेत्र में शामिल लाखों लोगों के लिए सतत आजीविका प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण ढांचे और उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट प्रदान करेंगी।

मत्स्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की आधारशिला

प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण मत्स्य इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की भी आधारशिला रखेंगे। इनमें मछली पकड़ने के लिए हार्बर और मछली बाजारों का विकास, उन्नयन और आधुनिकीकरण शामिल है। प्रधानमंत्री मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (जीएफएफ) 2024 को भी संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन का आयोजन पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया, नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल द्वारा किया जा रहा है। इस सम्मेलन में लगभग 800 वक्ता 350 से अधिक सत्रों को संबोधित करेंगे। इनमें नीति निर्माता, नियामक, वरिष्ठ बैंकर, उद्योग प्रमुख और शिक्षाविद शामिल होंगे। सम्मेलन में फिनटेक पर नवीनतम नवाचारों को भी प्रदर्शित किया जाएगा। जीएफएफ में 20 से अधिक थॉट लीडरशिप रिपोर्ट और व्हाइट पेपर्स लॉन्च किए जाएंगे, जो उद्योग की गहरी जानकारी और अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे। (IANS)

ये भी पढ़ें- 

कौन हैं रामदास सोरेन? जिन्हें चंपई सोरेन के इस्तीफे के बाद कैबिनेट में किया जाएगा शामिल

पार्टी में टूट को लेकर चिराग पासवान बोले- काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती, जानें और क्या कहा