PM Modi in Mumbai: महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच कटु संबंधों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चार महीने से अधिक समय बाद मंगलवार को मंच साझा किया। दोनों नेताओं ने राजभवन में जल भूषण भवन और क्रांतिकारियों की गैलरी का उद्घाटन किया और बाद में मुंबई में गुजराती दैनिक ‘मुंबई समाचार’ की 200 वीं वर्षगांठ के समारोह में भाग लिया। 24 अप्रैल को मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने उस समारोह में हिस्सा नहीं लिया था जिसमें मोदी को मुंबई में लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार प्रदान किया गया था।
PM मोदी ने आदित्य ठाकरे से काफी देर की बात
आदित्य ठाकरे राजशिष्टाचार मंत्री भी हैं, लेकिन कार्यक्रम पत्रिका में नाम नहीं होने की वजह से पीएम मोदी के स्वागत के लिए जाते समय उन्हें रोकने की कोशिश की गई। हालांकि बाद में प्रधानमंत्री ने आदित्य ठाकरे से काफी देर बात की और इस दौरान उन्होंने आदित्य के कंधे पर हाथ रखा था।
पुणे मेट्रो का उद्घाटन में भी नहीं आए थे ठाकरे
इससे पहले, 6 मार्च को जब प्रधानमंत्री पुणे मेट्रो का उद्घाटन करने के लिए पुणे गए थे तो ठाकरे नहीं आए थे। शिवसेना ने कहा था कि मुख्यमंत्री समारोह में शामिल नहीं हो सके क्योंकि वह एक सर्जरी से उबर रहे थे। इससे पहले, मोदी और ठाकरे को 6 फरवरी को मुंबई के शिवाजी पार्क में प्रसिद्ध गायिका लता मंगेशकर के अंतिम संस्कार के दौरान कुछ क्षणों के लिए एकसाथ देखे गए थे।
शिवसेना और भाजपा के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में हुए खराब
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद अलग हो गए पूर्व सहयोगी दलों शिवसेना और भाजपा के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों में लगातार खराब हुए हैं। शिवसेना ने अक्सर केंद्र सरकार पर महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार को निशाना बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। गठबंधन के कुछ प्रमुख मंत्रियों और विधायकों को प्रवर्तन निदेशालय और अन्य एजेंसियों द्वारा जांच का सामना करना पड़ा है।
Image Source : twitterPM Modi and Uddhav Thackeray
हाल ही में ईडी ने ठाकरे के एक रिश्तेदार की संपत्तियों पर छापेमारी की थी।