मुंबई: राज्य निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र के नासिक और नंदूरबार जिलों के दो गांवों में पंचायत चुनाव रद्द कर दिया है। आयोग ने यह कदम सरपंच और सदस्य के पदों के लिए सार्वजनिक रूप से बोली लगने के साक्ष्य सामने आने के बाद उठाया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त यूपीएस मदान ने 15 जनवरी को होने वाले ग्राम पंचायत चुनाव से दो दिन पहले यह घोषणा की है। इस पूरे मामले की खास बात ये हैं कि नीलामी की इस प्रक्रिया को किसी भी तरह से गुप्त नहीं रखा गया था। नीलामी की इस पूरी प्रक्रिया को श्री रामेश्वर महाराज मंदिर प्रांगण में संपन्न किया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आधिकारिक बयान के अनुसार नासिक और नंदूरबार जिलों की क्रमश: उमराणे तथा खोंडामली की ग्राम पंचायतों के सरपंच और सदस्य पदों के लिए सार्वजनिक रूप से बोली लगने की खबरें थीं। बयान में कहा गया, ‘‘आयोग ने जिलाधिकारियों, चुनाव पर्यवेक्षकों, उपमंडल अधिकारियों और तहसीलदारों से मिली रिपोर्ट का अध्ययन करने तथा दस्तावेजों और वीडियो टेप देखने के बाद वहां समूची चुनाव प्रक्रिया को रद्द करने का निर्णय किया है।’’
बता दें कि सरपंच पद की नीलामी का यह मामला तब सामने आया जब नासिक के उमराणे गांव में सरपंच पद के लिए दो करोड़ पांच लाख रुपए तक बोली लगाई गई। सरपंच की नीलामी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं, नांदुबार के उमराले गांव में सरपंच पद की नीलामी एक करोड़ 11 लाख से शुरू हुई और 2 करोड़ 5 लाख में होने का मामला सामने आया था।