मुंबईः महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज का पुतला गिरने के मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। डिप्टी सीएम और मुख्यमंत्री के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस संबंध में माफी मांगी लेकिन विपक्ष संतुष्ट नहीं है। महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री ने क्षमा मांगी है लेकिन प्रायश्चित कौन करेंगे?
विपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
नागपुर में विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि शिवाजी जी का पुतला दो महीने बाद ही हिलने लगा था। गांव के लोग भी बता रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हवा तेज होने की वजह से पुतला गिरा है। पुतला के साइड में प्लास्टिक की पन्नी बंधी थी, वो अभी तक नहीं गिरी और पुतला कैसे गिरा ? तेज़ हवा समुन्द्र की तरफ से आती है और पुतला गिरा भी समुद्र की तरफ। वडेट्टीवार ने कहा कि पुतला लगाने में भ्रष्टाचार हुआ है। महाराष्ट्र के लोग सरकार के लोगों को माफ नहीं करेंगे।
बीजेपी ने विपक्षी दलों को दिया जवाब
वहीं, बीजेपी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के माफी मांग लेने के बाद भी इस घटना को लेकर विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के प्रस्तावित प्रदर्शन की प्रासंगिकता पर सवाल उठाया है। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दलों ने आंदोलन की जो योजना बनायी है, वह राजनीति से प्रेरित है और यह सबकुछ आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मराठा साम्राज्य के संस्थापक के प्रति विपक्ष का प्रेम दिखावटी है।
बीजेपी रविवार को करेगी प्रदर्शन
बता दें कि शिवसेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस ने शिवसेना, भाजपा और राकांपा की महायुति सरकार के खिलाफ ‘जोडे मारो (जूते मारो)’ प्रदर्शन का आह्वान किया है। शिवसेना (यूबीटी), राकांपा (एसपी) और कांग्रेस एमवीए के घटक हैं। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर महायुति सरकार को घेर रहा है। भाजपा प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री का माफी मांगना काफी नहीं है? उन्होंने कहा कि भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा विपक्ष को ‘बेनकाब’ करने के लिए पूरे महाराष्ट्र में रविवार को शिवाजी महाराज की प्रतिमाओं के पास प्रदर्शन करेगा।