मुंबई: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले शरद पवार के लिए बुरी खबर सामने आई है। चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली एनसीपी माना है। चुनाव आयोग ने आदेश देते हुए साफ माना है कि अजित पवार ही असली एनसीपी है। चुनाव आयोग का ये फैसला शरद पवार गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि आयोग के इस फैसले के बाद एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह दोनों पर ही अजित पवार गुट का अधिकार हो गया है।
रामदास अठावले ने क्या कहा?
इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, 'हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं। शरद पवार को एक नई पार्टी बनानी चाहिए। अगर वह नहीं बनाना चाहते हैं तो उन्हें एनडीए में वापस आना चाहिए।'
किस आधार पर लिया गया फैसला?
मिली जानकारी के मुताबिक, चुनाव आयोग ने पार्टी संविधान के लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण और संगठनात्मक और विधायी, दोनों बहुमत के परीक्षण के आधार पर अजित गुट के पक्ष में फैसला सुनाया है।
चुनाव आयोग को इस परिस्थिति में विधायी विंग में बहुमत के परीक्षण को समर्थन मिला, जहां दोनों समूहों को पार्टी संविधान और संगठनात्मक चुनावों के बाहर काम करते हुए पाया गया है। इस प्रकार, पद पर रहने वालों को मुख्य रूप से निर्वाचक मंडल के स्व-नामांकित सदस्यों द्वारा नियुक्त किया गया और आंतरिक पार्टी लोकतंत्र के विरुद्ध माना गया है।
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