मुंबई: भारत की सबसे बड़ी और सबसे अमीर नागरिक निकाय- बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) इन दिनों स्टाफ की कमी की समस्या से जूझ रहा है। सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त जानकारी के अनुसार, सितंबर, 2020 तक यहां लगभग 33 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं। आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने कहा कि प्रत्यक्ष और प्रोन्नति श्रेणियों के तहत 110,509 स्वीकृत पदों में से 38,128 पद खाली हैं। इसके कारण न केवल कई विभागों के काम प्रभावित हो रहे हैं और शहर के 1.75 करोड़ लोगों को परेशानियां हो रही हैं।
स्वीकृत पदों की सबसे अधिक संख्या सीधी भर्ती श्रेणी सी और श्रेणी डी में आती है, जिनकी कुल संख्या लगभग 33,043 है। आरटीआई जवाबों से पता चला कि इनमें से 10,553 श्रेणी सी और 15,789 श्रेणी डी (कुल 26,342) पद रिक्त हैं। इसके अलावा पदोन्नति श्रेणी डी में 5,020 रिक्तियां हैं।
प्रत्यक्ष सेवा, तकनीकी और गैर-तकनीकी श्रेणियों में 87,146 स्वीकृत पदों में से, 28,608 पद अभी भी रिक्त पड़े हुए हैं। इसी तरह, पदोन्नति के तकनीकी और गैर-तकनीकी श्रेणियों में स्वीकृत 23,363 पदों में से कुछ 9,520 अभी तक भरे नहीं गए हैं।
गलगली ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मुंबई के महापौर किशोरी पेडनेकर और बीएमसी आयुक्त आईएस चहल को पत्र लिखकर शीर्ष प्राथमिकता पर रिक्तियों को भरने के लिए कदम उठाने के लिए कहा।