नयी दिल्ली: नवी मुंबई में कोरोना विस्फोट हुआ है। घनसोली इलाके में स्थित एक स्कूल कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। यहां के 18 छात्र कोरोना संक्रमित पाये गए हैं। नवी मुंबई नगर निगम NMMC के एक अधिकारी ने बताया है कि ये छात्र कक्षा 8 से 11 तक के हैं। इन छात्रों में से एक के पिता 9 दिसंबर को कतर से लौटे थे।
अब सवाल उठता है कि आखिर ये स्कूल कोरोना का हॉटस्पॉट कैसे बन गया। दरअसल, कोविड टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार किए बिना एक छात्र स्कूल पहुंच गया और करीब दो घंटे तक स्कूल में रहा। अपने अन्य साथियों से मिला। दो घंटे बाद जब उसकी कोविड रिपोर्ट आई तो पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया। रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।
कोविड पॉजिटिव बच्चें मिलने की जानकारी सामने आने के बाद अब कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया है। नगर निगम के मुताबिक स्कूल को शनिवार को सील कर दिया जाएगा।
प्राथमिक जांच के अनुसार पता चला है कि 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र के पिता हाल ही में कतर से भारत लौटे थे। नवी मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (NMMC) की तरफ से छात्र के पूरे परिवार का रैपिड एंटीजेन टेस्ट किया गया था। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन जब NMMC ने अहतियात बरतते हुए सभी का आरटीपीसीआर टेस्ट करने का फैसला किया और जब तक RTPCR रिपोर्ट नहीं आती तब तक सभी को होम क्वारंटीन में रहने की सलाह दी गई।
लेकिन अगले ही दिन नियम का उल्लंघन करते हुए 11 वीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र सुबह 10 बजे स्कूल आ गया। दोपहर 12 बजे इस छात्र की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने पहले परिवार को फोन किया। लेकिन, जब पता चला की ये बच्चा स्कूल गया हुआ है तो प्रशासन के हाथपांव फूल गए। स्कूल के प्रिंसिपल को फोन किया गया और इस छात्र को फौरन ढूंढ कर आयसोलेट करने का आदेश दिया गया। लेकिन, तब तक यह छात्र कई अन्य विद्यार्थीयों से मिल चुका था।
पिछले दो दिनों से अबतक 815 बच्चों का कोविड टेस्ट किया जा चुका है। इनमें से 18 बच्चें अबतक पॉजिटिव आ चुके है। सभी बिना लक्षण वाले हैं। इन सभी विद्यार्थीयों और उनके अभिभावकों को आयसोलेट किया गया है।