नवी मुंबई में बीजेपी को लग सकता है बड़ा झटका, टिकट न मिलने से नाराज संदीप नाईक छोड़ सकते हैं पार्टी
महाराष्ट्र के नवी मुंबई के जिला अध्यक्ष बीजेपी छोड़ सकते हैं। वह पार्टी से टिकट चाहते हैं लेकिन उनकी बजाय किसी और को उम्मीदवार बना दिया है।
मुंबईः महाराष्ट्र में उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होते ही बीजेपी में बगावत देखने को मिल रही है। नवी मुंबई शहर में बीजेपी को जल्द ही बड़ा झटका लग सकता है। नवी मुंबई के जिला बीजेपी अध्यक्ष संदीप नाईक पार्टी छोड़ सकते हैं। संदीप नवी मुंबई के बेलापूर सीट से टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया। जानकारी के अनुसार, संदीप चुनाव लड़ना चाहतें है लेकिन पार्टी ने इस सीट से मौजूदा विधायक मंदा म्हात्रे को ही दोबारा उम्मीदवारी दी है। इससे संदीप नाराज बताए जा रहे हैं।
शरद पवार गुट के संपर्क में संदीप
सूत्रों के अनुसार, नवी मुंबई के जिला बीजेपी अध्यक्ष संदीप नाईक एनसीपी (शरद पवार गुट) के संपर्क में हैं। आज संदीप नाईक अपने समर्थकों के साथ बैठक करेंगे और चुनाव लड़ने पर अपने फैसले का ऐलान करेंगे। बीजेपी की तरफ से संदीप को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
संदीप के पिता को बीजेपी ने दिया है टिकट
नवी मुंबई में नाईक परिवार का दबदबा है। बीजेपी ने नवी मुंबई के ऐरोली सीट से संदीप के पिता गणेश नाईक को उम्मीदवार बनाया है। वह चाह रहे थे कि पिता के साथ ही उन्हें भी टिकट मिल जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दरअसल बीजेपी परिवार के एक से ज्यादा सदस्य को टिकट देने पर बचती है। संभवतः यही वजह रही कि उनको तबज्जों नहीं दी गई।
बीजेपी ने कई सीनियर नेताओं को दिया है टिकट
बता दें कि बीजेपी ने अभी हाल में ही अपने 99 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी। इनमें देवेंद्र फडनवीस समेत पार्टी के कई सीनियर नेताओं और मंत्रियों के नाम शामिल हैं। अभी बीजेपी की दूसरी लिस्ट आनी बाकी है। माना जा रहा है कि बीजेपी 150-160 सीटों के बीच चुनाव लड़ सकती है।
मनसे ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के लिए ठाणे और कल्याण ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों से क्रमश: अविनाश जाधव एवं राजू पाटिल को उम्मीदवार घोषित किया है। मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे ने ठाणे जिले के कल्याण शिलफाटा रोड पर मनसे चुनाव प्रचार कार्यालय का उद्घाटन करते हुए एक समारोह में प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने सत्तारूढ़ या विपक्षी गठबंधन में शामिल हुए बिना अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।