मुंबई: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) को महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले नारायण राणे को रत्नागिरी के चिपलून में हिरासत में लिया गया था। नारायण राणे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है और उसी के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें पहले हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया। नारायण राणे महाराष्ट्र में जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं और इसी यात्रा के दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी की थी।
अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए नारायण राणे ने मुंबई उच्च न्यायालय (High Court) में याचिका दाखिल की है। याचिका में राणे के खिलाफ पुणे, नासिक और रायगढ़ के महाड में दर्ज प्राथमिकियों को चुनौती दी गई है। हालांकि, कोर्ट ने इस पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया और कहा कि (याचिका का) उल्लेख करने की अनुमति नहीं है। कोर्ट ने कहा कि वकील को प्रक्रिया का पालन करना होगा।अदालत ने कहा, ‘‘रजिस्ट्री विभाग के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए एक अर्जी दाखिल करें और फिर हम विचार करेंगे।’’
बता दें कि मुख्यमंत्री ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी कर राणे विवादों में घिर गए हैं। राणे ने दावा किया था कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं। राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा, ‘‘यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। भाषण के दौरान वह पीछे मुड़कर इस बारे में पूछते नजर आए थे। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता।’’
मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी को लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पांडे ने मंगलवार को राणे की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश जारी किया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और राणे को रत्नागिरी के चिपलून से हिरासत में लिया गया तथा उसके बाद उनकी गिरफ्तारी की।
वहीं, शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने कहा, "नारायण राणे की शिकायत पीएम से की है कि पीएम ऐसे मंत्री को बर्खास्त करें। पीएम ने कहा कि शिकायत पत्र को गृहमंत्री अमित शाह के पास भेजेंगे।"
उन्होंने कहा, "नारायण राणे मुर्गी काटने और थियेटर में कालाबाजारी का काम करते थे, इसलिए अभी भी उसी मानसिकता के है। राणे, पीएम का नाम खराब कर रहे हैं। राणे शेर नहीं, चूहा हैं।"