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Hindi News महाराष्ट्र Nana Patole: 'बांटो और राज करो की नीति', बीजेपी पर बरसे नाना पटोले, लगाए ये आरोप

Nana Patole: 'बांटो और राज करो की नीति', बीजेपी पर बरसे नाना पटोले, लगाए ये आरोप

Nana Patole: पटोले ने आरोप लगाया, देश में 2014 से ही अघोषित आपातकाल लागू है। बीजेपी देश से विपक्ष को मिटाने के लिए काम कर रही है।

Maharashtra Congress president Nana Patole- India TV Hindi Image Source : PTI Maharashtra Congress president Nana Patole

Highlights

  • '2014 से देश में अघोषित आपातकाल लागू: नाना पटोले
  • पटोले- बीजेपी बिहार में सत्ता गंवाने के बाद से परेशान है
  • 'देश से विपक्ष को मिटाने के लिए काम कर रही बीजेपी'

Nana Patole: कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि वह भारत की आजादी से पहले शासन करने वाले ब्रिटिश शासकों से कहीं अधिक क्रूर तरीके से से काम कर रही है। उन्होंने दावा किया कि देश में वर्ष 2014 से ही अघोषित आपातकाल लागू है। 

उनके खिलाफ कार्रवाई जो उनका समर्थन नहीं करते- पटोले 

पटोले ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी, प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग राज्यों में गैर-बीजेपी नीत सरकारों को सत्ता से हटाने और विपक्षी पार्टियों को तोड़ने के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भारत में शासन करने वाले ब्रिटिश शासकों की तरह 'बांटो और राज करो' की नीति अपनाई है। पटोले ने कहा कि उन नेताओं और पार्टियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो उनका समर्थन नहीं करते। 

Image Source : PTINana Patole with party workers

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष पटोले ने आरोप लगाया, "देश में 2014 से ही अघोषित आपातकाल लागू है। बीजेपी देश से विपक्ष को मिटाने के लिए काम कर रही है। सीबीआई की ओर से आम आदमी पार्टी (AAP) नेता मनीष सिसोदिया और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) विधायक के दिल्ली आवास पर छापेमारी इसका उदाहरण है। बीजेपी, सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का दुरुपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है। बीजेपी बिहार में सत्ता गंवाने के बाद से परेशान है।" 

किसानों और मजदूरों की समस्या बढ़ गई है: नाना पटोले

उन्होंने कहा, "जो बीजेपी का समर्थन करते हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती। यह पार्टी देश में ब्रिटिश शासकों से कहीं अधिक क्रूर तरीके से काम कर रही है। देश में मंहगाई और बेरोजगारी बहुत अधिक बढ़ गई है। किसानों और मजदूरों की समस्या बढ़ गई है, लेकिन केंद्र सरकार इन समस्याओं का समाधान करने में असफल है।"