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Hindi News महाराष्ट्र हर साल एक इंच बढ़ जाती है नागपुर के राजा की लंबाई, जानें इस बार कितनी ऊंची होगी मूर्ति

हर साल एक इंच बढ़ जाती है नागपुर के राजा की लंबाई, जानें इस बार कितनी ऊंची होगी मूर्ति

नागपुर के राजा नागपुर का भ्रमण करते हुए पंडाल तक पहुंचाते हैं। सात तारीख को उनकी मूर्ति की विधिवत स्थापना की जाएगी। नागपुर के राजा का श्रृंगार किया जाएगा, भव्य आरती होगी।

Lord Ganesh- India TV Hindi Image Source : INDIA TV भगवान गणेश की मूर्ति

नागपुर के राजा भगवान गणेश पूरे शान शौकत के साथ शहर का भ्रमण करने निकल चुके हैं। प्रत्येक वर्ष नागपुर के राजा की ऊंचाई एक इंच बढ़ाई जाती है। ढोल नगाड़े बजाते हुए मंडप तक हजारों गणेश भक्त शहर का भ्रमण करते हुए निकले। सात अगस्त को उनकी स्थापना होगी और आभूषणों से उनका श्रृंगार किया जाएगा। 

गणेश उत्सव सात सितंबर से शुरू होने जा रहा है। गणेश उत्सव मंडल कि गणेश मूर्तियां पंडालों में विराजमान करने की तैयारी में जुट गए हैं। नागपुर में गणेश उत्सव का उत्साह देखते ही बन रहा है। चीतारओली में मूर्तिकार गणेश मूर्तियों के सिंगार में लगे हैं, पिछले 28 वर्षों से नागपुर के राजा की स्थापना रेशम बाग में की जा रही है। मूर्तिकारों की नगरी चितारओली से नागपुर के राजा को पुरे राजासी थर्ड वार्ट से पंडाल तक ले जाया जाता है।

12 फीट की है मूर्ति

नागपुर के राजा नागपुर का भ्रमण करते हुए पंडाल तक पहुंचाते हैं। सात तारीख को उनकी मूर्ति की विधिवत स्थापना की जाएगी। नागपुर के राजा का श्रृंगार किया जाएगा, भव्य आरती होगी। आयोजकों ने बताया कि 10 दिनों तक पूरे भारतवर्ष से लाखों लोग नागपुर के राजा के दर्शन के लिए रेशम बाग पहुंचेगें। नागपुर के राजा की एक अपनी अलग शान है। नागपुर के राजा के मूर्ति ऊंचाई हर साल 1 इंच बढ़ाई जाती है, इस साल नागपुर की राजा की मूर्ति करीबन 12 फीट की है। 

कई राज्यों से दर्शन के लिए आते हैं लोग

नागपुर के राजा की सवारी बड़े किसान शौकत से निकलती है। राजा के जुलूस में विभिन्न प्रकार के ढोल, नगाड़े बजाते हुए मंडप तक हजारों गणेश भक्त शहर का भ्रमण करते हुए उन्हें ले जाते हैं। भक्तों ने कहा कि सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करने वाले नागपुर के राजा आज अपने पंडाल के लिए निकले हुए हैं ,इनके दर्शन के लिए भारत के हर कोने से लोग आते हैं ,विशेष कर विदर्भ मध्य प्रदेश ,छत्तीसगढ़ ,कर्नाटक ,उत्तर प्रदेश से लोग उनके दर्शन के लिए पहुंचते हैं।