"हैलो! मैंने अर्चना को मार दिया..." हथोड़े से पत्नी की हत्या कर पति ने मायके वालों को किया फोन
महाराष्ट्र के नागपुर के नंदनवन में एक व्यक्ति ने पत्नी के चरित्र पर संदेह होने के कारण हथोड़े से उसकी हत्या कर दी। इस शख्स की ये दूसरी बीवी थी, इससे पहले एक और पत्नी भी आरोपी की शक करने का आदत के कारण उसे छोड़कर चली गई थी।
महाराष्ट्र के नागपुर से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है। जानकारी मिली है कि नागपुर के नंदनवन में एक व्यक्ति ने चरित्र पर संदेह होने के कारण हथोड़े से अपनी पत्नी की हत्या कर दी। इतना ही नहीं बेहरम शख्स ने घटना के बाद पत्नी के मायके में फोन कर बताया कि मैंने अर्चना को मार दिया। इसके बाद महिला के परिजनों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। नंदनवन पुलिस ने थाने में आरोपी शख्स के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया है।
पहली पत्नी के चरित्र पर भी करता था शक
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शादी के कुछ दिन बाद ही आरोपी ने पहली पत्नी के चरित्र पर संदेह कर विवाद करना शुरू कर दिया था। यही कारण था कि 6 महीने बाद ही पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई। कुछ समय बाद उसने दूसरा विवाह किया, लेकिन शक की बीमारी लाइलाज हो चुकी थी। वह अब दूसरी पत्नी पर भी संदेह करने लगा। यह दर्दनाक घटना नागपुर के नंदनवन थाना क्षेत्र से कल सामने आई है।
अर्चना पर लगाता था अनैतिक संबंधों का आरोप
38 साल की मृतक महिला नंदनवन की रहने वाला थी और उसका नाम अर्चना रमेश भारस्कर बताया जा रहा है। पुलिस ने आरोपी रमेश मतिराम भारस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। रमेश मछली और चिकन बेचने का व्यवसाय करता है। पहली पत्नी पर भी वह संदेह करता था, उसके छोड़ जाने के बाद रमेश ने 1 साल बाद ही दूसरा विवाह कर लिया। दो बेटियों के जन्म होने के बाद रमेश ने अर्चना को भी प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। अनैतिक संबंधों का आरोप लगाकर पत्नी के साथ मारपीट करता था। वह बेवजह चरित्र पर लांछन लगाकर रचना से मारपीट करता था। इस वजह से शादी के 4 साल बाद अर्चना उसे छोड़कर बेटियों के साथ अपने मायके मूर्तिजापुर चली गई थी।
रमेश के इलाज के लिए नागपुर रहने लगी अर्चना
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दो-तीन बार रमेश के मायके आने पर वह नागपुर आई थी। कुछ दिनों बाद ही रमेश की यातनाएं शुरू होने के बाद लौट जाती थी। वह 7 साल से मिर्जापुर में ही रह रही थी। 7 साल पहले रमेश की तबीयत बहुत खराब हो गई थी, जिसके बाद रमेश के परिजनों ने अर्चना को नागपुर आने को कहा। अर्चना बड़ी बेटी पूजा के साथ नागपुर आ गई। उसने रमेश का इलाज कराया, जिससे वह स्वस्थ हो गया। ठीक होने के बाद उसने फिर से तंग करना शुरू कर दिया।
पत्नी को मारकर रात भर घर में रहा, फिर सुबह फोन किया
पुलिस ने बताया कि कल फिर से उसने अर्चना के चरित्र पर लांछन लगाना शुरू किया। अर्चना के समझाने का प्रयास करने पर उसने हथोड़े से उसके सिर पर वार कर दिया। इसके बाद अर्चना ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पत्नी की लाश के साथ रात भर घर में रहने के बाद वह सुबह दरवाजे पर ताला लगाकर बस्ती के पान ठेले पर गया। वहां से उसने बहन को फोन करके अर्चना की हत्या की बात बताई। सुबह उसने अपने ससुराल में अर्चना के भाई राजेश और भाभी साधना को फोन कर बताया कि उसने अर्चना को मार दिया। राजेश को पहले इस पर यकीन नहीं हुआ, लेकिन बाद में रमेश के भाइयों अशोक से जानकारी मिलने पर वह नागपुर आया। घर पर पहुंचे तो दरवाजा पर ताला लगा था। घर का दरवाजा खोला तो अर्चना मृत अवस्था में दिखाई दी। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। खबर मिलते ही नंदनवन पुलिस मौके पर पहुंची और रमेश को गिरफ्तार कर लिया।
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