महाराष्ट्र के नागपुर शहर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक ही कार के भीतर तीन मासूमों के शव मिले। अपने घर से 50 मीटर दूर एसयूवी में एक भाई-बहन समेत तीन बच्चे रविवार शाम मृत पाए गए। नागपुर के पचपौली पुलिस थाना क्षेत्र की ये घटना है जहां 3 छोटे बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट घर वालों ने दर्ज कराई थी। एक साथ तीन मासूम बच्चों के लापता होने से पहले पुलिस ने इस मामले में अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। घंटों की जांच के बाद भी जब बच्चों का पता नहीं चला तो पुलिस के डॉग स्क्वायड को बुलाया गया लेकिन वो भी नाकाम साबित हुआ। आखिर गहन जांच के बाद तीनों बच्चों के शव घर के पास एक कार के अंदर मिले।
दो महीने पहले मरम्मत के लिए लाई गई थी कार
पुलिस अधिकारी ने बताया कि फारूक नगर में रहने वाले बच्चों के अभिभावकों को पहले लगा था कि वे पास के मैदान में खेलने गए हैं। उन्होंने बताया, 'जब बच्चे शनिवार देर शाम तक वापस नहीं लौटे, तो अभिभावकों ने पुलिस से संपर्क किया और अपहरण का मामला दर्ज कराया। रविवार की शाम लगभग सात बजे, एक कांस्टेबल ने उनके घरों के पास एक एसयूवी खड़ी देखी और तीनों बच्चों के शव अंदर पाए।' यह कार पिछले दो महीने से मरम्मत के लिए लाई गई थी। चूंकि कार की खिड़कियों पर काली फिल्म लगी थी, इसलिए अंदर का कुछ भी दिखाई नहीं दिया।
कार में दम घुटने से बच्चों की मौत
पुलिस के मुताबिक तीनों बच्चे खेलते-खेलते कार में जा बैठे। कार के दरवाजे का लॉक अंदर से खराब था। कार सिर्फ बाहर से खुल सकती थी इसी वजह से दम घुटने से तीनों मासूमों की कार के अंदर ही दर्दनाक मौत हो गई। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पुलिस मामला दर्ज करेगी। प्राथमिक तौर पर पुलिस ने आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है।
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मृतक बच्चों के नाम तौफिक फिरोज खान उम्र 4 वर्ष, आलिया फिरोज खान उम्र 6 वर्ष और आफरीन इर्शाद खान उम्र 6 वर्ष है। तौफीक और आलिया भाई-बहन थे, जबकि आफरीन पास में ही रहती थी। इस बीच इलाके में तनाव का माहौल है।