Exclusive: 'साल 2021 में हुई बाबर से पहचान, नगमा नहीं है...', मां हाजरा ने बताई पूरी बात
पुलिस नगमा के खिलाफ जासूस की एंगल से जांच कर रही है। ऐसे में इंडिया टीवी से नगमा की मां हाजरा परवीन ने अपनी बेटी का पक्ष लिया, जिसमें उन्होंने पुलिस के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
महाराष्ट्र में ठाणे पुलिस एक 24 साल की महिला के खिलाफ जासूसी को लेकर जांच कर रही है। बीते माह मई में महिला पाकिस्तान से वापस मुंबई आई है। जब पुलिस को इस बात की खबर लगी तो उसने उस महिला के खिलाफ जांच शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक, महिला का नाम नगमा है, वह अपने 2 बच्चों के साथ पाकिस्तान चली गई थी। अब पुलिस को अंदेशा है कि महिला ने जाली डाक्यूमेंट और फर्जी नाम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की यात्रा की है। इस पर अब नगमा की मां हाजरा परवीन ने इंडिया टीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत की। हाजरा ने पुलिस के सारे आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनकी बेटी जासूस नहीं है।
पहले जिससे शादी हुई वह नाकारा था
नगमा की मां हाजरा परवीन ने कहा कि मेरी बेटी का पहला निकाह कुछ साल पहले हुआ था। जिस शख्स से शादी हुई थी वह नाकारा था, उसकी उम्र भी बहुत ज्यादा थी, वो मेरी बेटी से मारपीट करता था इसीलिए चार साल पहले उससे तलाक ले लिया। इसके बाद साल 2021 में मेरी बेटी की ऑनलाइन जान-पहचान बाबर से हुई। करीब 2 साल तक वह दोनों बातचीत करते रहे। मुझे तो इस बात की खबर भी नहीं थी कि मेरी बेटी इस तरह से पाकिस्तान के किसी लड़के से बात कर रही है।
बाबर के साथ रिश्ते पर बेटी को मारा भी
हाजरा ने आगे कहा कि फिर साल 2024 में मेरी बेटी ने बताया कि वह बाबर से निकाह करना चाहती है, जब मुझे पता चला तब मैं बहुत नाराज हुई, मैंने उसे मारा भी लेकिन मेरी बेटी बाबर से निकाह करने पर अड़ी हुई थी। इसके बाद बेटी की खुशी के लिए मुझे शादी के लिए हम भरनी पड़ी। बाबर का परिवार बहुत अच्छा है, इसी साल सनम और बाबर का ऑनलाइन निकाह हुआ।
निकाह में दोनों तरफ के लोग मौजूद थे
नगमा की मां ने आगे कहा कि निकाह में हमारा परिवार और बाबर के परिवार के सारे सदस्य ऑनलाइन मौजूद थे। शादी का रजिस्ट्रेशन हुआ फिर हमने वीजा के लिए अप्लाई किया था। जांच के बाद वीजा अप्रूव हुआ। हम मुंबई से दिल्ली और दिल्ली से बाघा बॉर्डर गए और बाघा बॉर्डर से मेरा बेटी पाकिस्तान गई। सनम को रिसीव करने के लिए बाघा बॉर्डर पर बाबर का पूरा परिवार आया था। शादी के बाद एबटाबाद वाले घर में एक छोटा सा कार्यक्रम हुआ जिसमें बाबर के परिवार के सभी सदस्य थे। डेढ़ महीने मेरी बेटी बड़े खुशी से वहां पर थी।
बेटी घर से बाहर नहीं निकलती
हाजरा ने आगे जासूसी पर कहा कि एबटाबाद में मेरी बेटी घर से बाहर नहीं निकलती थी। पाकिस्तान का कोई बाहरी व्यक्ति सनम से मिलने घर पर नहीं आता था। मेरी बेटी नगमा जासूस नहीं है, वैसे भी हम जासूसी क्यों करेंगे हम तो भारतीय हैं। अगर मेरी बेटी को जासूसी करने के लिए कहा गया होता तो वो मुझे जरूर बताती। साल 2015 में मेरी बेटी ने अपना नाम बदला था, उसे अपना 'नगमा' नाम पसंद नहीं था इसीलिए नादानी में उसने अपना नाम बदला। मेरा दामाद होटल में मैनेजर है।
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