महाराष्ट्र चुनाव: MVA में सबकुछ ठीक नहीं! कांग्रेस पर भड़के सपा नेता अबू आजमी ने दिया बड़ा बयान
आजमी ने कांग्रेस का हवाला देते हुए कहा, उन्होंने हरियाणा में (सपा के साथ) गठबंधन नहीं किया और हार गए। हमें लगा कि वे सबक सीखेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस रा अपने दम पर काम नहीं कर सकता और उसे हर बार निर्णय लेने के लिए दिल्ली भागना पड़ता है।’’
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को केवल दो विधानसभा सीटें आवंटित किए जाने से नाराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उसने हरियाणा में अपनी हार से कोई सबक नहीं सीखा है। आजमी ने कहा कि विपक्षी महा विकास आघाडी (MVA) को एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहिए था, लेकिन उसने सपा नेताओं को बातचीत के लिए भी नहीं बुलाया। सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उन्हें लगता है कि उनके बल पर चुनाव जीता जा सकता है और हमारी (सपा की) कोई जरूरत नहीं है।’’
'हमें लगा हरियाणा से सबक सीखेगी कांग्रेस'
उन्होंने कहा कि सपा ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आठ उम्मीदवार उतारे हैं और सात नवंबर को अपना घोषणापत्र जारी करेगी। हालांकि, आजमी ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा को हराने के लिए अन्य सीटों पर एमवीए की मदद करेंगे।
‘इंडिया’ गठबंधन की घटक सपा ने 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया, जिससे मुंबई उत्तर पूर्व, धुले और भिवंडी जैसी सीटें हासिल करके विपक्षी गठबंधन की संख्या बढ़ाने में मदद मिली। आजमी ने कांग्रेस का हवाला देते हुए कहा, ‘‘उन्होंने हरियाणा में (सपा के साथ) गठबंधन नहीं किया और हार गए। हमें लगा कि वे सबक सीखेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।’’
'हर बार निर्णय लेने के लिए दिल्ली भागते हैं कांग्रेस नेता'
सपा हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका क्योंकि इसका प्रदेश नेतृत्व विरोध कर रहा था। एग्जिट पोल और राजनीतिक विश्लेषकों को झुठलाते हुए, भाजपा ने पिछले महीने लगातार तीसरी बार हरियाणा में जीत हासिल की। आजमी ने महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं की भी आलोचना की। उन्होंने दावा किया, ‘‘राज्य नेतृत्व (कांग्रेस का) अपने दम पर काम नहीं कर सकता और उसे हर बार निर्णय लेने के लिए दिल्ली भागना पड़ता है।’’ एमवीए की पार्टियां, खासकर उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा (एसपी), चुनावों से पहले कई दौर की गहन बातचीत में शामिल रही हैं।
सीट बंटवारे से नाराज हैं अबू आजमी
एमवीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर निराशा जताते हुए आजमी ने कहा, ‘‘उन्होंने हमारे लिए केवल दो सीटें छोड़ी हैं। उन्होंने हमसे बात भी नहीं की कि हमें केवल दो सीटें आवंटित की गई हैं। हमें इसके बारे में मीडिया के जरिए ही पता चला। उन्होंने हमें बैठक के लिए भी आमंत्रित नहीं किया।’’ सपा नेता ने कहा कि उनके अलावा पार्टी ने भिवंडी पूर्व, भिवंडी पश्चिम, तुलजापुर, परांडा, औरंगाबाद पूर्व, मालेगांव मध्य और धुले शहर विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। आजमी की मानखुर्द शिवाजी नगर और भिवंडी पश्चिम सीटों को छोड़कर, एमवीए ने अन्य छह निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)
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