Mumbai weather: मुंबई के पश्चिमी उपनगरों में रविवार को गरज के साथ बौछारें पड़ीं। क्षेत्र में लगभग तीन हफ्ते के अंतराल के बाद बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों के अनुसार, इस अवधि में भीषण गर्मी की वजह से स्थानीय स्तर पर बारिश होना एक सामान्य घटना है। अगस्त के पहले हफ्ते के बाद मुंबई में बारिश नहीं हुई थी। आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि कभी-कभार बूंदा-बांदी हुई थी, लेकिन इतनी नहीं कि बारिश की श्रेणी में दर्ज किया जा सके। अधिकारी ने कहा, ‘‘रविवार सुबह बारिश केवल पश्चिमी उपनगरों में हुई, वह भी बांद्रा के उत्तर में बोरीवली तक। कुछ इलाकों में तेज बारिश हुई।''
13.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई
पश्चिमी उपनगरों का प्रतिनिधित्व करने वाली सांताक्रूज वेधशाला में शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े पांच बजे के बीच केवल 13.
8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अधिकारी ने कहा, ‘‘जब दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कमजोर होता है तो भीषण गर्मी से ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है और कुछ इलाकों में थोड़ी बहुत बारिश होती है।’’
बाढ़-बारिश से राज्य के 81 गांव प्रभावित हुए
इस मॉनसून सीजन मुंबई में काफी अच्छी बारिश हुई है। अगस्त के पहले हफ्ते तक लगातार बारिश हुई। कई बार रेड अलर्ट जारी किया गया। समंदर की लहरें और तेज़ हवाएं भी लोगों को डरा रही थीं। बाढ़ ने महाराष्ट्र के लोगों का जन-जीवन प्रभावित कर दिया था। इस मॉनसून सीजन राज्य में 65 लोगों से ज्यादा लोगों की जान चली गई। 57 से ज्यादा लोग घायल हो गए वहीं कुछ लोगों के लापता होने की भी खबर आई। बाढ़-बारिश से राज्य के 81 गांव प्रभावित हुए।