साल 1993 में मुंबई में सीरियल बम धमाके हुए थे। इस मामले में अब नई जानकारी सामने आई है। बम धमाके के दोषी सलीम कुत्ता का नाम महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर गूंजने लगा है। सूत्रों ने बताया कि दोषी मोहम्मद सलीम मीरा शेख उर्फ सलीम कुत्ता जेल में बैठकर वसूली के धंधे को चलाता था। वह लोगों के डराने के लिए अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील के नाम का भी इस्तेमाल करता था। महाराष्ट्र पुलिस के सूत्रों ने बताया कि सलीम कुत्ता जेल में रहकर ही वसूली का रैकेट चलाता है। वह छोटा शकील के नाम पर बिल्डर और व्यापारियों को धमकाकर पैसों की मांग करता है। बता दें कि इस मामले में अब एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है।
जेल में बैठकर धमकी देता था सलीम कुत्ता
सूत्रों ने बताया कि जेल में रहकर सलीम धमकी देता था और उसकी धमकी देने के बाद जेल से बाहर बैठे सलीम के गुर्गे उन पैसों की वसूली करते थे। सूत्रों ने यह भी बताया कि व्यापारी और बिल्डर सलीम कुत्ता के डर की वजह से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाते थे। पुलिस ने ऐसे तमाम लोगों से आगे बढ़कर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की अपील की है ताकि मामले की आगे जांच की जा सके। बता दें कि इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब महाराष्ट्र जेल अधिकारियों से संपर्क किया गया। जेल अधिकारियों ने इंडिया टीवी से बात करते हुए बताया कि साल 2016 के बाद से सलीम कभी भी जेल के बाहर नहीं आया। इसका मतलब है कि वह जेल में ही है और उसे किसी भी तरह का पेरोल नहीं मिला है।
मुंबई ब्लास्ट में है दोषी
बता दें कि 1993 में हुए सीरियल बम धमाके की जांच पहले मुंबई पुलिस कर रही थी। हालांकि बाद में इसे सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। मुंबई पुलिस के सूत्रों ने बताया कि हम ऐसे दोषियों की मूवमेंट पर नजर रखते हैं कि वो जेल से कब बाहर आते हैं और कब दोबारा जेल में जाते हैं। ऐसे में सूत्रों ने दावा किया कि 14 अप्रैल 2022 से 14 मई 2022 तक सलीम जेल से पेरोल पर बाहर आया था। इसके अलावा उसे 2022 से लेकर 2012 के बीच में 4 महीने की पेरोल मिल चुकी है। सूत्रों ने यह भी दावा किय कि सलीम की कन्विक्शन के बाद से वो लगभग 10 साल तक औरंगाबाद जिले की जेल में था। बिना किसी कारण उसे वहां से पुणे के यरवदा जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। फिलहाल वह यरवदा जेल में बंद है।