Mumbai Rains: बारिश का मौसम आते ही मुंबई ख़बरों में छा जाता है। वजह- वहां बारिश की वजह से होने वाला जलभराव। मुंबई में बारिश की वजह से हर साल जलभराव होता है और हर साल सरकार और महानगर पालिका स्थिति सुधरने की बात करती है। लेकिन अगली साल उससे भी बुरी स्थिति हो जाती है। बारिश के मौसम से पहले जिम्मेदारों की तरफ से दावा किया जाता है कि इस बार जलभराव नहीं होगा, लेकिन पहली बारिश में ही वह दावा भी पानी में बह जाता है।
मुंबई में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। लेकिन कल से बारिश ने जोर पकड़ लिया है, जिससे ऐसा लग रहा है कि मुंबई के तट का समुंदर मुंबई की सड़कों पर आ गया हो। मुंबई की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं। सड़कों और गलियों में इतना पानी है कि मनाली और ऋषिकेश में की जाने वाली राफ्टिंग मुंबई में भी की जा सकती है।
सड़कों पर 2 फीट से ज्यादा पानी
मुम्बई के सायन स्टेशन से पास वल्लभदास चौक इलाक़े में 2 फीट से ज्यादा पानी भर गया है। मुख्य सड़क के आस-पास की सारी सड़के जलमय हो चुकी हैं। सड़कों का हाल ऐसा है कि मानो मुंबई की सड़कों पर कोई नदी बह रही हो। बीएमसी के कर्मचारी मैनहोल खोलने के बावजूद पर बेबस नजर आ रहे हैं क्योंकि सड़कों पर पानी इतना भर चुका है कि मैनहोल खोलने से भी काम नहीं बन रहा है। पानी में डूब चुकी सड़कों में लोग रास्ता तलाश रहे हैं। गाड़ियों के पहिये डूब चुके हैं। बच्चे सड़क पर पानी में तैर रहे हैं।
जलनिकासी के लिए BMC ने लगाए वाटर पंप
इसके साथ ही मुम्बई के सायन माटुंगा गांधी मार्किट के लो लाइन इलाके में भी तेज बारिश के कारण भारी जलजमाव हुआ है। बीएमसी प्रशासन ने यहां बड़े वाटर पम्प लगाए हैं। जिनसे पानी की निकासी की कोशिश की जा रही है। वाटर लॉगिंग के कारण यातायात भी धीमी गति से चल रहा है।
आपको बता दें कि मुंबई में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिससे मुंबई के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन चुकी है। जिस वजह से मुंबई वासियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क यातायात के साथ-साथ मुंबई की धड़कन कही जाने वाली लोकल के संचालन पर भी असर हुआ है।