मुंबई: महाराष्ट्र में सोमवार को राज्य भर के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाज़त दी गई। मार्च के आखिरी सप्ताह में लगे लॉकडाउन के बाद यानि 8 महीनों के बाद सभी धार्मिक स्थलों पर कार्यक्रम शुरू किया गया। ऐसे में कोरोना के चलते बंद मस्जिदों में 8 महीने बाद आज जुम्मे के दिन नमाज़ अदा की गई।
शफाई मस्जिद में भी लोगों ने नमाज अदा की। गौरतलब है कि लॉकडाऊन के वक्त टेमकर स्ट्रीट पर स्थित इस मस्जिद के बाहर लोगों पर कार्रवाई की गई थी और फिर मस्जिद बंद कर दी गई थी। इसीलिए यहां आज जुम्मे की नमाज अदा करके बाहर आने वाले नमाजियों को मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने गुलाब के फूल देकर नवाजा।
यहां मस्जिद में सुबह से ही मास्क लगाकर आने, छोटे बच्चे और बुजुर्जों को न आने की हिदायत दी जा रही थी। सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करने के लिए भी कहा जा रहा था। मस्जिद में सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मार्किंग भी की गयी थी। लोगों को वजू घर से करके आने की हिदायत भी दी जा रही थी।
वहीं दूसरी ओर भायखला की हिंदुस्तानी मस्जिद में भी कई सौ लोग लॉकडाउन के बाद आज जुम्मे की नमाज़ के लिए पहुँचे। लेकिन, नमाज़ के लिए मस्जिद में जाते वक्त किसी भी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। हालांकि, कई लोगों ने मास्क जरूर लगाया था लेकिन ज्यादातर लोगों को बोलना पड़ रहा था।
हालांकि, पहले के मुकाबले भीड़ कम थी। 3 मंजिला इस मस्जिद में आमतौर पर 3 से 4 हज़ार लोग नमाज़ के लिए पहुचते हैं। मस्जिद के गेट के बाहर सड़कों पर भी भीड़ होती है लेकिन कोरोना के चलते तस्वीर बदली हुई नजर आई। इतने लोग नमाज पढ़ने के लिए नहीं पहुंचे थे।