देश के अलग-अलग हिस्सों में तंबाकू से बने पदार्थों का लोग खूब सेवन करते हैं। तंबाकू से बने उत्पादों के पैकेट पर बाहर साफ और स्पष्ट शब्दों में यह लिखा होता है कि तंबाकू के सेवन से कैंसर होता है लेकिन लोग तंबाकू का सेवन करने से कहां पीछे हटने वाले हैं। तंबाकू से ही बनने वाला एक प्रोडक्ट है गुटखा। इस गुटखे की कीमत वैसे तो कम ही होती है। लेकिन इसकी कीमत इतनी भी कम नहीं की इसपर खबर न बन सके। दरअसल हम गुटखे की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मुंबई की क्राइम ब्रांच टीम ने 12 करोड़ रुपये की कीमत के गुटखे को बरामद किया है। इस ममेल में क्राइम ब्रांच ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है।
छापेमारी में मिला 12 करोड़ का गुटखा
दरअसल मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 के सीनियर अधिकारी दया नायक की टीम ने पालघर जिले के कासा इलाके में छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने 12 करोड़ रुपये की कीमत के प्रतिबंधित उत्पाद गुटखा जब्त किया। बता दें कि पुलिस ने इस मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि हमने विभिन्न प्रकार के गुटखा, पान मसाला और ट्रकों सहित कुल मिलाकर 12 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित उत्पाद को जब्त किया है। क्राइम ब्रांच अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है और यह पता लगाने में जुटी हुई है कि आखिर यह गुटखा कहां से आया।
जाल बिछाकर की छापेमारी
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इब्राहिम इनामदार, संतोष कुमार सिंह, कामिल खान, हीरालाल मंडल, नासिर यलगार, जमीर सैयद और संजय खरात के रूप में की गई है। क्राइम ब्रांच यूनिट 9 के अधिकारी ने बताया कि पहले 3 आरोपियों को गुटखा के साथ गिरफ्तार किया गया था। उनसे पूछताछ करने के बाद यह जानकारी मिली कि पालघर जिले से मुंबई की तरफ गुटखा सप्लाई होने वाला है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने कासा इलाके में जाल बिछाकर तीन ट्रकों को पकड़ा। इन ट्रकों में से 400 बड़े बोरे बरामद हुए, जिनमें 4000 अलग-अलग प्रकार के गुटखा थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेज दिया।