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Hindi News महाराष्ट्र Mumbai Building Collapse: मुंबई के कुर्ला में बिल्डिंग गिरने से अब तक 19 लोगों की मौत, इतने घायल

Mumbai Building Collapse: मुंबई के कुर्ला में बिल्डिंग गिरने से अब तक 19 लोगों की मौत, इतने घायल

Mumbai Building Collapse: मुंबई के कुर्ला में चार मंजिला इमारत गिरने से 19 लोगों की मौत हो गई, वहीं 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इमारत पहले से ही जर्जर घोषित थी, लेकिन बाद में मरम्मत योग्य घोषित किया गया। अन्य मकान मालिकों और एक दिलीप विश्वास के खिलाफ आईपीसी की धारा 304(2), 308, 337, 338 और 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है

Mumbai Building Collapse- India TV Hindi Image Source : ANI Mumbai Building Collapse

Highlights

  • मुंबई के कुर्ला में बिल्डिंग गिरने से अब तक 19 लोगों की मौत
  • हादसे में 15 लोग घायल
  • इमारत पहले जर्जर घोषित हुई बाद में मरम्मत योग्य बताया गया

Mumbai Building Collapse: मुंबई के कुर्ला में चार मंजिला इमारत गिरने से 19 लोगों की मौत हो गई, वहीं 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इमारत पहले से ही जर्जर घोषित थी, लेकिन बाद में मरम्मत योग्य घोषित किया गया। बड़ा हादसा सोमवार आधी रात को हुई। अन्य मकान मालिकों और एक दिलीप विश्वास के खिलाफ आईपीसी की धारा 304(2), 308, 337, 338 और 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें, घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि, "सभी 4 इमारतों को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन लोग वहां रहते हैं। सभी को बचाना हमारी प्राथमिकता है।" साथ ही कहा कि जब भी बीएमसी नोटिस जारी करे, इमारतें खुद खाली कर दी जानी चाहिए। अन्यथा, ऐसी घटनाएं होती हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है,अब इस पर कार्रवाई करना महत्वपूर्ण है।

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा 

मलबे से निकाले गए लोगों को राजावड़ी अस्पताल और सायल अस्पताल सहित नगर निकाय के अस्पतालों में ले जया गया। उनमें से अधिकतर को एडमिट करने से पहले मृत घोषित कर दिया गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनहानि पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की।

1973 में बनी थी इमारत 

बीएमसी के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक 1973 में बनी इमारत को निवासियों ने मरम्मत कराने का बीड़ा उठाया था, लेकिन ठीक से मरम्मत नहीं हो पाई। दमकल, पुलिस, नगर निकाय के अधिकारियों के साथ-साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) को दो दलों ने भी बचाव अभियान चलाया। बताया गया कि बचाव कार्य शाम करीब साढ़े छह बजे समाप्त हो गया।