मुंबई नाव हादसा: 13 लोगों की मौत, 99 लोगों का रेस्क्यू, पीएम मोदी ने 2 लाख के मुआवजे का ऐलान किया
नौसेना का पोत इंजन शाम चार बजे नीलकमल नाम की एक नाव से टकरा गया था। यह इंजन टेस्टिंग के लिए जा रहा था। नाव में 100 से ज्यादा लोग सवार थे। इस हादसे में कुल 13 लोगों की मौत हुई है।
महाराष्ट्र के मुंबई में हुए नाव हादसे में 13 लोगों की मौत के बाद पीएम मोदी ने दो लाख के मुआवजे का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यह जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिखा "प्रधानमंत्री ने मुंबई में नाव दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।"
मुंबई में बुधवार को समुद्र के किनारे नौसेना का एक पोत के एक नाव से टकरा गया था। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 99 अन्य लोगों को बचा लिया गया। नौसेना की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि नौसेना का पोत इंजन परीक्षण के लिए जा रहा था, लेकिन तभी शाम चार बजे इसने नियंत्रण खो दिया और करंजा के पास यह नीलकमल नामक नौका से टकरा गया। यह नौका यात्रियों को गेटवे ऑफ इंडिया से लोकप्रिय पर्यटन स्थल ‘एलीफेंटा’ द्वीप पर लेकर जा रही थी।
मृतकों में नौसेना के तीन लोग शामिल
नौसेना ने कहा, ‘‘नौसेना ने तटरक्षक बल और समुद्री पुलिस के समन्वय से खोज एवं बचाव प्रयास तुरंत शुरू किए। बचाव अभियान में नौसेना के चार हेलीकॉप्टर, नौसेना की 11 नौकाएं, तटरक्षक बल की एक नौका और समुद्री पुलिस की तीन नौकाओं की मदद ली गई।’’ इसमें कहा गया, ‘‘नौसेना और अन्य जहाजों की मदद से जीवित बचे लोगों को आसपास की जेटी पर पहुंचाया गया और फिर उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया। अब तक 99 लोगों को बचाया जा चुका है।’’ नौसेना ने बताया कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें नौसेना का एक कर्मचारी और नौसेना के जहाज में सवार ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) के दो लोग शामिल हैं।
घायलों का इलाज जारी
मुंबई पुलिस के अनुसार, मृतकों में सात पुरुष, चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान के साथ-साथ सभी कर्मचारियों का लेखा-जोखा भी तैयार किया जा रहा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में संवाददाताओं को बताया कि इस घटना में 101 लोगों को बचा लिया गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुंबई बंदरगाह में नौसेना के पोत के एक नौका से टकरा जाने के कारण लोगों की जान जाने से बहुत दुःखी हूं। इस घटना में घायल हुए लोगों का तत्काल इलाज किया जा रहा है।’’ सिंह ने कहा, ‘‘शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं। लापता व्यक्तियों का पता लगाने के लिए भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल द्वारा व्यापक खोज एवं बचाव अभियान जारी है तथा कई संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।’’
सीएम की तरफ से 5 लाख का मुआवजा
फडणवीस ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे तक नौसेना के चिकित्सकों ने 10 नागरिकों और नौसेना के तीन कर्मियों समेत 13 लोगों को मृत घोषित कर दिया। नौसेना के गंभीर रूप से घायल दो कर्मियों को नौसेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फडणवीस ने इस त्रासदी में मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच-पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की। इस दौरान एक अधिकारी ने बताया कि नौसेना नौका के चालक और इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अन्य लोगों के खिलाफ दक्षिण मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि मुंबई के साकीनाका निवासी नाथाराम चौधरी (22) की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई।
तीन मृतकों की नहीं हुई पहचान
पुलिस ने देर रात घटना में मारे गए 10 लोगों की पहचान होने के बाद उनके नाम जारी किए हैं। इस घटना में महेंद्र सिंह शेखावत (नौसेना), प्रवीण शर्मा (एनएडी नौका कर्मी), मंगेश (एनएडी नौका कर्मी), मोहम्मद रेहान क़ुरैशी (यात्री), राकेश नानाजी अहिरे (यात्री), सफियाना पठान, माही पावरा, अक्षता राकेश अहिरे, मिठू राकेश अहिरे और दीपक वी.की मौत हुई। पुलिस के अनुसार, मृतकों में दो महिलाओं और एक पुरुष की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। महाराष्ट्र में हुई इस घटना के बाद बुधवार को पुलिस ने दक्षिण मुंबई के लोकप्रिय स्थल गेटवे ऑफ इंडिया पर पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी और नौका सेवाओं को निलंबित कर दिया। हालांकि, मुंबई-अलीबाग नाव सेवाओं का परिचालन शाम तक जारी रहा। आम तौर पर यह स्थल शाम के समय पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है, लेकिन बुधवार की शाम यहां माहौल पूरी तरह शांत रहा। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने एक बयान में कहा कि उसके जवानों ने 56 लोगों को बचाया। (इनपुट- पीटीआई भाषा)