A
Hindi News महाराष्ट्र Video: 2 घंटे लेट हुई फ्लाइट, बोर्डिंग के समय यात्रियों को मिली जानकारी, एयरपोर्ट पर जमकर हुआ बवाल

Video: 2 घंटे लेट हुई फ्लाइट, बोर्डिंग के समय यात्रियों को मिली जानकारी, एयरपोर्ट पर जमकर हुआ बवाल

स्पाइसजेट की फ्लाइट 2 घंटे से ज्यादा लेट रही। हालांकि, एयरलाइन ने इसकी जानकारी समय पर यात्रियों को नहीं दी। बोर्डिंग के समय यात्रियों को इसकी जानकारी लगी तो एयरपोर्ट पर जमकर बवाल हुआ।

Mumbai Airport- India TV Hindi Image Source : INDIA TV मुंबई एयरपोर्ट पर बवाल

शनिवार रात मुंबई से दुबई जाने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट 2 घंटे से ज्यादा लेट रही, जिसके चलते एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट कर्मी और यात्रियों के बीच तीखी बहस हो गई। यात्री का आरोप था कि फ्लाइट 2 घंटे लेट है। इस बात की जानकारी फ्लाइट तक जाने के लिए बस बोर्डिंग के दौरान दी गई। यात्रियों का आरोप था कि फ्लाइट के लेट होने का सही एनाउंसमेंट नहीं किया गया। फ्लाइट को रात 11:30 बजे मुंबई से दुबई के लिए रवाना होना था। हालांकि, फ्लाइट 2 घंटे की देरी से आई। फिलहाल एयरपोर्ट पर स्थिति सामान्य है।

एयरपोर्ट में यात्रियों और स्पाइसजेट कर्मी के बीच बहस का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में यात्री एयरपोर्ट पर स्पाइसजेट कर्मी से बहस करते हुए नजर आ रहे हैं और सीनियर अधिकारी से बात कराने की बात कह रहे हैं। स्पाइसजेट कर्मी कहती है कि यात्रियों की सभी समस्याओं का समाधान करने की जिम्मेदारी उसकी खुद की है। इस पर यात्री कहते हैं कि आप हर दो मिनट में अपने बयान बदल रही हैं। आपकी बात पर भरोसा करना मुश्किल है। महिलाकर्मी कहती है कि वह इंजीनियर से मिली जानकारी के आधार पर यात्रियों को जानकारी दे रही है और सीधे इंजीनियर से किसी की बात नहीं करा सकती।

कलानिधि मारन ने स्पाइसजेट से मांगा था हर्जाना

केएएल एयरवेज और कलानिधि मारन ने स्पाइसजेट से 1,323 करोड़ रुपये से अधिक का हर्जाना मांगा था। हालांकि, स्पाइसजेट ने कलानिधि मारन के दावे को निराधार बताया था। निचली अदालत ने भी कलानिधि के दावे को खारिज कर दिया था। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का रुख करने की बात कही थी। मामला 2015 शुरुआत का है जब सिंह (जो पहले एयरलाइन के मालिक थे) ने संसाधन की कमी के कारण महीनों तक बंद रहने के बाद इसे मारन से वापस खरीद लिया था। समझौते के तहत मारन और केएएल एयरवेज ने स्पाइसजेट को वारंट और तरजीही शेयर जारी करने के लिए 679 करोड़ रुपये का भुगतान करने का दावा किया था। हालांकि, मारन ने 2017 में दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया और आरोप लगाया कि स्पाइसजेट ने परिवर्तनीय वारंट और तरजीही शेयर जारी नहीं किए और न ही पैसे वापस किए।

यह भी पढ़ें-

बांग्लादेश में हिंसा जारी, गोपालगंज इलाके में सेना पर हमला, पांच से ज्यादा सैन्यकर्मी घायल 

'1 कमरे में सिर्फ 2 लोग... गुटखा-पान खाने की मनाही, नहीं घूम सकते गांव में', जानिए कहां जारी हुआ UP-बिहार के मजदूरों के लिए सख्त फरमान?