सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीते दिनों मुकेश अंबानी परिवार को दी जा रही Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी पर एक आदेश जारी किया गया। इस आदेश के मुताबिक अब मुकेश अंबानी का परिवार Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी का खर्चा खुद उठाएंगा, जबकि पहले यह खर्चा गृह मंत्रालय द्वारा उठाया जा रहा था। बता दें कि अंबानी और उनके परिवार को भारत के अलावा विदेशों में भी Z+ कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। बता दें कि जेड प्लस की सुरक्षा पर प्रतिमाह 40 से 45 लाख तक का खर्चा आता है जो कि अब मुकेश अंबानी का परिवार उठाएगा।
पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स भी रहेंगे शामिल
जानकारी के मुताबिक जेड प्लस सिक्योरिटी के अलावा मुकेश अंबानी के पास कम से कम 15-20 पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स की भी एक टीम है। बता दें कि अंबानी के इन सिक्योरिटी गार्ड्स को ट्रेनिंग इजरायल स्थित एक सिक्योरिटी फर्म द्वारा दी गई है। ये सिक्योरिटी गार्ड्स मार्शल आर्ट्स व क्रव मागा में ट्रेंड हैं। बता दें कि अंबानी के पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड्स की टीम में एनएसजी कमांडो के रिटायर्ड जवान भी शामिल हैं।
कमांडो के घेरे में रहेंगे अंबानी
मुकेश अंबानी देश व दुनिया के सबसे अधिक रईसों की लिस्ट में आते हैं। ऐसे में इनपर जान का खतरा भी बना होता है. इस कारण उनकी सुरक्षा में 58 सीआरपीएफ के कमांडो की टीम 24 घंटे और सातों दिन लगी रहती है। ये कमांडो MP5 समेत कई आधुनिक बंदूकों से लैस रहते हैं। बता दें कि इस बंदूक की खासियत यह है कि इस बंदूक से एक मिनट में 800 राउंड गोलियां दागी जा सकती है। गौरतलब है कि जेड प्लस सिक्योरिटी भारत की सर्वश्रेष्ठ सिक्योरिटी घेरा है।
नीता अंबानी को भी मिली है सिक्योरिटी
साल 2013 में हिजबुल मुजाहिद्दीन द्वारा मुकेश अंबानी को मिली धमकी के कारण तत्कालीन सरकार मनमोहन सिंह द्वारा मुकेश को जेड प्लस की सिक्योरिटी मुहैया कराई गई थी। वहीं उनकी पत्नी को साल 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा Y+ सिक्योरिटी प्रदान की गई।
सबसे कड़ा सुरक्षा घेरा है z प्लस
बता दें कि z प्लस सुरक्षा को देश का सबसे मजबूत सुरक्षा घेरा माना जाता है। खुफिया ब्यूरो द्वारा खतरों को देखते हुए देश के वीवीआईपी व अन्य हस्तियों को यह सिक्योरिटी उपलब्ध कराई जाती है। यह सुरक्षा राजनेताओं, वीआईपी, वीवीआईपी, हाई प्रोफाइल लोगों को दी जाती है। जिसमें एनएसजी, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, पुलिस के तेज तर्रार लोगों को रखा जाता है।
Y और Y+ सुरक्षा कैटेगरी में अंतर
वाई कैटेगरी की सुरक्षा में बिना कमांडो के 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं। इसमें दो पीएसओ भी शामिल होते हैं। वहीं वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में 11 सुरक्षाकर्मी समेत एक या दो कमांडो भी शामिल होते हैं। बता दें कि बीते दिनों कुमार विश्वास को वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी। यानी इसमें सीआरपीएफ, सीआईएसएफ के एक या दो कमांडो होते हैं।