Money Laundering: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने महाराष्ट्र स्थित एक शिक्षा सोसाइटी के पूर्व कोषाध्यक्ष को गिरफ्तार किया था। इसमें गिरफ्तार हुए पूर्व कोषाध्यक्ष ने शुक्रवार को यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत से कहा कि उसकी आय का मुख्य स्रोत खेतीबाड़ी है। अप्पनसाहब रामचंद्र देशमुख ने विशेष न्यायाधीश एम.जी.देशपांडे के सामने यह बात अपने वकील के माध्यम से कही। उस दौरान अदालत उसकी हिरासत बढ़ाने संबंधी ईडी के आवेदन पर सुनवाई कर रही थी।
PMLA के तहत किया गया था गिरफ्तार
कोल्हापुर स्थित श्री छत्रपति शिवाजी एजुकेशन सोसाइटी (एससीएसईएस) के पूर्व कोषाध्याक्ष देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत 17 जून को गिरफ्तार किया गया था। देशमुख के खिलाफ एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए अनधिकारी महाविद्यालय में दाखिला दिलाकर मेडिकल स्टूडेंट्स को कथित रूप से ठगने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। इस ठगने के मामले में यह कथित धोखाधड़ी 29 करोड़ रुपये की है। ईडी ने देशमुख को उसकी प्रारंभिक हिरासत की अवधि समाप्त होने पर विशेष अदालत में पेश किया।
देशमुख के वकील ने आय का मुख्य स्रोत खेती को बताया
एजेंसी ने अदालत से देशमुख को और छह दिन के लिए हिरासत में भेजे जाने का अनुरोध किया। जांच एजेंसी ने कहा कि इस ‘बड़ी धनराशि’ का आखिरकार कहां और कैसे इस्तेमाल हुआ, इसका पता लगाने के लिए आरोपी से पूछताछ किये जाने की जरूरत है। उसने कहा कि देशमुख ने अपराध से रकम बनाने के लिए सह-आरोपियों के साथ मिलकर एक बड़े अपराध की साजिश रची और देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया। ईडी की हिरासत अर्जी का विरोध करते हुए देशमुख के वकील रवि जाधव ने कहा कि उनके मुवक्किल की आय का मुख्य स्रोत कृषि है।