मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी स्थित दो विशेष अदालतों ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार के एक मामले में जांच के लिए महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, उनके दो सहयोगियों और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की हिरासत में दे दिया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता देशमुख और उनके सहयोगियों - संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की न्यायिक हिरासत में हैं। वे शहर की आर्थर रोड जेल में बंद हैं।
सीबीआई ने इन सभी की हिरासत के लिए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डी.पी.सिंघाडे के समक्ष एक आवेदन दायर किया था। न्यायाधीश ने गुरुवार को देशमुख और अन्य दो को सीबीआई की हिरासत में स्थानांतरित करने के लिए विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम अदालत, जो ED मामलों की सुनवाई करती है, को अनुरोध पत्र जारी किया था।
CBI ने सचिन वाजे को हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया था। गौरतलब है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के नजदीक 25 फरवरी को एक स्कॉर्पियो कार में जिलेटिन की छड़ें मिली थीं। अंबानी के आवास ‘एंटीलिया’ के बाहर विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो की बरामदगी से जुड़े मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) कर रही है और उसने सचिन वाजे को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया था। वाजे वर्तमान में नवी मुंबई की तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में है। विशेष PMLA और NIA अदालतों ने शुक्रवार को अलग-अलग आदेशों में संबंधित जेलों के अधीक्षकों को चार आरोपियों - देशमुख, पलांडे, शिंदे और वाजे की हिरासत CBI को सौंपने का निर्देश दिया।