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महाराष्ट्र में तेज हुआ मराठा वर्सेस ओबीसी विवाद, बीजेपी और कांग्रेस की आज बड़ी बैठकें

मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल के अल्टीमेटम के बाद ओबीसी वर्ग और राजनीतिक गलियारों में हडकंप मच गया है। इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस ने आज मुंबई में अपने ओबीसी विंग की बैठक बुलाई है।

मराठा आरक्षण आंदोलन- India TV Hindi Image Source : FILE मराठा आरक्षण आंदोलन

मुंबई: महाराष्ट्र में ओबीसी बनाम मराठा आरक्षण विवाद बढ़ता ही जा रहा है। सरकार इस मसले को सुलझाने के लिए कई बिअथ्कें कर चुकी है लेकिन मामला सुलझता हुआ नहीं दिख रहा है। वहीं मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने शनिवार को जालना जिले में एक रैली का आयोजन करते हुए शिंदे सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। इस रैली में उन्होंने ऐलान किया था कि 10 दिन बाद या तो विजय जुलूस निकलेगा या फिर मेरी अंतिम यात्रा।
 
अब इस अल्टीमेटम के 2 दिन बीत चुके हैं और केवल आठ दिन ही शेष हैं। मराठाओं को कुणबी मराठा का दर्जा देकर ओबीसी वर्ग में आरक्षण देने की मांग कर रहें मनोज जरांगे पाटिल के अल्टीमेटम के बाद ओबीसी वर्ग में हडकंप मच गया है। ओबीसी वर्ग का आरक्षण कोटा कम होने की आशंका के बाद सभी ओबीसी संगठन एकजुट होने लगे है। इसी क्रम में आज सोमवार को मुंबई में कांग्रेस और बीजेपी ने ओबीसी सेल की बैठक बुलाई है। 

आज मुंबई में बीजेपी कांग्रेस की बड़ी बैठक 

दोपहर 12 बजे महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय में नाना पटोले कांग्रेस ओबीसी सेल के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। वहीं मुंबई बीजेपी कार्यालय में आज 12 बजे महाराष्ट्र बीजेपी ओबीसी सेल की बैठक है। इस बैठक को प्रदेशअध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले संबोधित करेंगे। जहां केंद्र सरकार द्वारा ओबीसी वर्ग के विकास के लिए जो योजनाएं शुरु की गई है, उसके लाभार्थियों की संख्या महाराष्ट्र में कैसे बढ़ाए जाए इसपर चर्चा होगी। साथ ही में ओबीसी आरक्षण, मनोज जरांगे पाटिल के अल्टीमेटम पर भी इस बैठक में चर्चा होने की संभावना है।

बीजेपी पूरे महाराष्ट्र में ओबीसी जागर यात्रा निकाल रही 

बता दें कि बीजेपी पूरे महाराष्ट्र में ओबीसी जागर यात्रा निकाल रही है। इस यात्रा का समापन दिसंबर महीने में होने वाला है। महाराष्ट्र बीजेपी इस बात की योजना बना रही है की जागर यात्रा के समापन के वक्त ओबीसी महाकुंभ का आयोजन किया जाए और इस महाकुंभ में बीजेपी के बड़े ओबीसी नेताओं को आमंत्रित किया जाए। इसके अलावा अलग-अलग ओबीसी संगठन भी एकजुट हो रहें है और आरक्षण को बचाने के लिए भव्य रैली निकालने पर विचार कर रहें है।