मुंबई: दक्षिण मुंबई के एक पांच मंजिला होटल में भयंकर आग लगने के बाद उसमें रह रहे 24 डॉक्टरों और तीन अन्य लोगों को बचाया गया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। बीएमसी ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण शहर में विभिन्न होटलों और लॉज में डॉक्टरों और नर्सों समेत आपात और आवश्यक सेवा के कर्मियों के रहने की अस्थायी व्यवस्था की है। इस होटल में भी ऐसी ही व्यवस्था की गई थी।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार देर रात मेट्रो सिनेमा के नजदीक होटल फॉर्च्यून में आग लग गई और लगभग तीन घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। दमकल के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘आग होटल की पहली मंजिल से तीसरी मंजिल तक फैली।’’ उन्होंने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की आठ गाड़ियों को भेजा गया। उन्होंने बताया कि आग बिजली की तारों और केबलों, लॉबी में फॉल्स सीलिंग और होटल की पहली, दूसरी तथा तीसरी मंजिलों पर गलियारों तक ही सीमित थी।
उन्होंने बताया कि जिन 24 डॉक्टरों को बचाया गया वे एक स्थानीय अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर हैं जिन्हें होटल में अस्थायी आवास मुहैया कराया गया था जबकि तीन अन्य लोग होटल में ठहरे हुए थे। आग रात को करीब 11 बजे लगी थी। अधिकारी ने बताया कि दमकल विभाग की सीढ़ियों का इस्तेमाल कर पांच डॉक्टरों को बचाया गया। दमकल अधिकारी ने बताया कि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चला है। मुंबई सेंट्रल के समीप होटल रिपन के एक कमरे में 21 अप्रैल को आग लगी थी। बीएमसी इस होटल को पृथक केंद्र के तौर पर इस्तेमाल कर रही थी।