फिर लौटा कोरोना का डर! महाराष्ट्र के वर्धा में स्कूल कॉलेज अगले आदेश तक बंद
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर वर्धा जिले में एक बार फिर से स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। महाराष्ट्र के वर्धा जिले में बढ़ते करोना को देखते हुए स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर वर्धा जिले में एक बार फिर से स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। महाराष्ट्र के वर्धा जिले में बढ़ते करोना को देखते हुए स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। 22 तारीख से कक्षा पांचवी से लेकर 12वीं तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। अगले आदेश तक स्कूल नहीं खोले जाएंगे। महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों को लेकर बीएमसी ने नई गाइडलाइन जारी की है।
बिना मास्क यात्रा कर रहे लोगों की निगरानी के लिए 300 मार्शल हायर किए गए- बीएमसी
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने गुरुवार को मुंबई के लिए नई गाइडलाइन जारी की। बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने कहा है कि यदि एक बिल्डिंग में 5 या ज्यादा कोरोना पेशेंट पाए जाते हैं तो उसे सील कर दिया जाएगा। बीएमसी ने यह भी बताया, 'जो लोग घरों पर क्वारंटीन किए गए हैं उनके हाथों के पीछे मुहर लगाई जाएगी। इसके साथ ही ट्रेन में बिना मास्क यात्रा कर रहे लोगों की निगरानी के लिए 300 मार्शल हायर किए गए हैं। इसके साथ ही अतिरिक्त मार्शर्ल्स मुंबई में नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखेंगे।' आईएस चहल ने कहा, 'वेडिंग हॉल, क्लब और रेस्ट्रॉन्ट्स आदि में छापेमारी की जाएगी ताकि यह देखा जा सके कि वहां कितनी संजीदगी से नियमों का पालन किया जा रहा है। ब्राजील से लौट रहे लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वारंटीन में जरूर भेजा जाएगा। जहां पर कोरोना के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं वहां टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी।'
राज्य में विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं : महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न आशंकाओं और अटकलों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य के अकोला, यवतमाल और अमरावती में कोविड-19 वायरस के किसी भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने का कोई सबूत नहीं है। नए स्ट्रेन की आशंकाओं वाली रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए विभाग ने कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि सरकार को किसी भी अन्य प्रकार के नए वायरस स्ट्रेन का पता चलने वाली किसी भी प्रकार की संभावना अभी नहीं पाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पुणे के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में तीन जिलों में से प्रत्येक से चार और पुणे से 12 नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें कोई जेनेटिक म्यूटेशन नहीं पाया गया। हालांकि आगे की जांच चल रही है। सरकार ने अकोला, अमरावती और यवतमाल से एनआईवी और एनआईसीएस को जेनेटिक परीक्षणों के लिए और नमूने भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट अगले सप्ताह आने की उम्मीद है।
सरकार ने यह भी कहा है कि राज्य के कुछ हिस्सों, विशेष रूप से उपर्युक्त जिलों में हालिया समय में संक्रमण में काफी उछाल देखा गया है, मगर विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का स्पष्टीकरण ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में दो प्रमुख विशेषज्ञों ने यह संभावना जताई थी कि राज्य के पूर्वी हिस्से के विदर्भ क्षेत्र में अमरावती, यवतमाल और अकोला में एक नए कोरोनावायरस स्ट्रेन पाया गया है। महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. टी. पी. लहाने ने यह दावा किया था। यह दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र के दिग्गज हैं।