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महाराष्ट्र का सीएम कौन होगा? बीजेपी के सीनियर नेता सुधीर मुनगंटीवार ने दी बहुत बड़ी हिंट

महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष को पॉलिटिकल अल्जाइमर हो गया है। उन्होंने सीएम कौन होगा के सवाल पर भी जवाब दिया।

Sudhir Mungantiwar- India TV Hindi Image Source : FILE महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार

मुंबई: महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने विपक्ष पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य में जिसकी भी सत्ता आती है, वह तय करते हैं कि शपथ ग्रहण समारोह का समय और जगह क्या होगी। विपक्ष को पॉलिटिकल अल्जाइमर हो गया है। इसके पहले भी कई बार ऐसा हुआ है, जब चुनी हुई सरकार ने तय किया कि शपथ ग्रहण कब और कहां होगा।

महायुति में सब ठीक या नहीं?

सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में सब कुछ गड़बड़ चल रहा है तो उन्हें महायुति में भी गड़बड़ दिखाई दे रही है। अब चंद्रशेखर बावनकुले ने घोषणा की तो यह कहना कि देवेंद्र जी ने क्यों नहीं कुछ कहा, दूसरे नेताओं ने क्यों नहीं कहा, यह बचकानी बातें हैं। 

सीएम कौन होगा?

सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि जो मीडिया में नाम चल रहा है कि देवेंद्र फडणवीस सीएम होंगे तो वही सत्य होगा।

शिंदे के गृह मंत्रालय की मांग पर क्या बोले?

सुधीर ने कहा कि गृह मंत्रालय उन्होंने मांगा है या नहीं, यह तो पता नहीं लेकिन मांगने का अधिकार सबको है, इसलिए वह मांग रहे हैं। लेकिन आखिरी फैसला तो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ही लेंगे।

हालही में बीजेपी नेता मुनगंटीवार ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा था, 'सरकार बनाने में विलंब हो रहा है। ऐसा सोचने की जरूरत नहीं है। चर्चा जारी है। थोड़ा विलंब हो सकता है। निश्चित रूप से देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री होने चाहिए, लेकिन अंतिम निर्णय हमारे पार्टी के सीनियर नेता ही लेंगे।'

इसके साथ ही बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा था, 'वानखेड़े स्टेडियम और शिवाजी पार्क में नई सरकार का शपथग्रहण समारोह होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में आएंगे। उनकी सुरक्षा के इंतजाम के मद्देनजर भी विचार विमर्श जारी है। जल्द ही शपथ ग्रहण समारोह होगा।' 

गौरतलब है कि वर्तमान महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो गया था, जिस कारण शिंदे ने राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन से राजभवन में भेंट की और अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। राज्यपाल ने उन्हें नये मुख्यमंत्री के शपथ लेने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर पद पर बने रहने को कहा।