Maharashtra News: महाराष्ट्र के सोलापुर से बीजेपी विधायक को PFI की ओर से धमकी मिलने की खबर आई है। विधायक विजय कुमार देखमुख को जान से मारने की धमकी दी गई है। विधायक ने सोलापुर पुलिस को इसकी लिखित में शिकायत दी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। विधायक ने पुलिस को बताया है कि पीएफआई के लोगों ने उनके सिर को शरीर से अलग करने की धमकी दी है।
जानकारी के मुताबिक, सोलापुर के विधायक विजय कुमार देशमुख को एक धमकी भरा पत्र मिला है। विधायक का दावा है कि यह PFI का पत्र है। पत्र के ऊपर आई लव पीएफआई लिखा है। इसमें विजय कुमार का नाम लेते हुए लिखा है कि सर तन से जुदा कर दिया जाएगा। इसे धमकी न समझे, बल्कि ऐसा होकर ही रहेगा। साथ ही इस पत्र में दावा किया गया है कि एक दिन अयोध्या, काशी, मथुरा में भी धमाका किया जाएगा।
खत में बैन संगठन सिमी का भी जिक्र किया गया है
पत्र में कहा गया है कि PFI पर बैन लगाकार सरकार ने गलत किया है। इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। खत में बैन संगठन सिमी का भी जिक्र किया गया है। कहा गया है कि सिमी पर बैन लगाया गया था, बाद में क्या हुआ? सभी ने देखा। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर आप PFI पर एक लाख बार भी बैन लगा दें, हम फिर से फीनिक्स की तरह जी उठेंगे। आप लोगों ने हम जैसे जहरीले सांप की पूंछ पर कदम रखा है। अब हमारे बच्चे चुप नहीं रहेंगे।
NIA ने कई राज्यों में PFI के ठिकानों पर की थी छापेमारी
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की ओर से हाल ही में उत्तर प्रदेश, दिल्ली समेत 11 राज्यों में कई जगहों पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। एनआईए की इस कार्रवाई का PFI के नेताओं ने विरोध भी दर्ज किया था। सरकार ने इस संगठन पीएफआई पर 6 साल के लिए बैन लगा दिया है। छापेमारी के दौरान केरल में 22 लोगों के अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र में 20-20 लोग गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद सबसे ज्यादा 10 गिरफ्तारी तमिलनाडु से की गई थी।
वहीं, एनआईए की टीम ने असम से 9, उत्तर प्रदेश से 8 लोगों के अलावा आंध्र प्रदेश से 5 और मध्य प्रदेश से 4 लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं, दिल्ली और पुड्डुचेरी से भी 3-3 लोग पकड़े गए थे। राजस्थान से भी 2 गिरफ्तारियां हुई थीं। एनआईए की टीम ने दिल्ली के पीएफआई अध्यक्ष परवेज को भी गिरफ्तार किया गया था। वहीं, एनआईए की कार्रवाई को लेकर पीएफआई के सदस्यों ने कई जगह विरोध प्रदर्शन किया था।